दादरी – गोमांस खाने के आरोप में 55 वर्षीय इखलाक की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। फॉरेंसिक जांच रिपोर्ट में साफ हो गया है कि दादरी में इखलाक के घर के फ्रिज में रखा मांस मटन था, न कि बीफ। 28 सितंबर की रात उग्र भीड़ ने इखलाक पर गाय का मांस खाने का आरोप लगाते हुए पीट-पीट कर मार डाला था। पीड़िता परिवार शुरू से कहता आया है कि उनके घर में बीफ नहीं था।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वारदात के बाद पुलिस ने फ्रिज में रखे मांस के सैंपल लिए थे और जांच के लिए भेजे थे। अब रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। मथुरा की लैब में हुई टेस्ट के बारे में जल्द आधिकारिक खुलासा किया जाएगा।
अधिकारियों का कहना है कि घर में मटन की पुष्टि दो जांच रिपोर्ट में हो चुकी है। पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर में भी बीफ का जिक्र नहीं था। इसी पर आधारित रिपोर्ट प्रदेश सरकार ने केंद्र को भेजी थी।
पिछले हफ्ते पीड़िता परिवार से मिलने गए एमआईएम नेता और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि दोषियों को गिरफ्तार करने के बजाए नमूनों की जांच की जा रही है।
अब पुलिस अधिकारी अपने उस फैसले का बचाव कर रहे हैं। उनका कहना है कि हमने मांस के नमूनों की जांच नहीं कराई होती तो आज सबकुछ साफ नहीं होता।