बेंगलुरु : कर्नाटक में एक दलित शख्स के उत्पीड़न का मामला सामने आया है। मामला मैसुरु का है, जहां लोगों ने कथित रूप से एक दलित युवक को निर्वस्त्र करने के बाद पूरे गांव में घुमाया।
पुलिस मामले की तफ्तीश कर रही है। इस घटना ने एक बार फिर इंसानियत को शर्मसार कर दिया है।
आरोप है कि मैसुरु में गुंडलुपेट शनेश्वर मंदिर के पुजारी और ग्रामीणों ने अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले एक युवक को जबरन निर्वस्त्र करने के बाद पूरे गांव में घुमाया।
घटना 3 जून की बताई जा रही है। गांववालों को शक था कि दलित युवक मंदिर में रखी मूर्तियों को नुकसान पहुंचाने के लिए वहां गया था।
पुलिस ने मामले की जानकारी मिलने के बाद केस दर्ज किया। इसके साथ ही आरोपी पुजारी और एक ग्रामीण को गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपी फरार चल रहे हैं।
बताया जा रहा है कि पीड़ित युवक मैसुरु में एक लिखित परीक्षा में शामिल होने गया था। जब वह परीक्षा देने के बाद लौट रहा था तो गुंडलुपेट इलाके में राघवपुर गांव के पास उसकी बाइक हादसे का शिकार हो गई।
इस दौरान उसके साथ लूटपाट भी की गई। इसके बाद वह घटनास्थल के करीब स्थित एक मंदिर पहुंच गया।
युवक के पिता ने इस बीच एक मेडिकल सर्टिफिकेट पेश किया है। इस सर्टिफिकेट के मुताबिक युवक मानसिक रूप से बीमार है।
इस बीच शनेश्वर मंदिर के पुजारी चंद्रप्पा का कहना है, ‘जब वह मंदिर आया तो मैंने उसे पीने के लिए पानी दिया। वह मंदिर जाना चाहता था। अचानक उसने मेरी कॉलर पकड़ ली और बिना किसी वजह के मुझे गालियां बकनी शुरू कर दीं। जब वह मंदिर आया तो उसने कोई कपड़े नहीं पहन रखे थे। हमने उसे पहनने के लिए लूंगी दी। ऐसा लगता है कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है।’