पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दलित युवक की कुछ लोगों ने लाठी-डंडों से पिटाई कर दी। लोगों ने देवी-देवताओं के पोस्टर फाड़ने का आरोप लगाते हुए उससे ‘जय माता दी’ के नारे लगवाए और गालियां भी दी। यह पूरी घटना तब सामने आई जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो सामने आने के बाद पुलिस हरकत में आई और एफआईआर दर्ज की। आरोपियों को पकड़ने के लिए जांच अभियान चलाया जा रहा है। इस बारे में एसएसपी अनंत देव ने बताया कि, ” यह घटना मुज्जफरनगर के पुखराजी थाने इलाके में हुई। हमने युवक और उसके परिवार वालों की पहचान की है। पुखराजी में रहने वाले चार युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया। उन्हें पकड़ने के लिए टीमें भेजी गई हैं। आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”
बता दें कि वीडियो में युवक को बेरहमी से पीटा जा रहा है। वह माफ़ी की गुहार लगाता रहता है, लेकिन लोग उस पर लगातार डंडे बरसाते रहते हैं। पिटाई करने वालों के अलावा मौके पर कई अन्य लोग भी मौजूद हैं। पिटाई का शिकार युवक हेलमेट लगाए हुए है।
पिटाई करने वाले लोग उसे बार-बार कह रहे हैं, ‘तुमने हमारे देवी-देवताओं का अपमान क्यों किया। हमें तुमसे कोई ऐतराज नहीं फिर तुम्हें क्यों हैं’।
बताया जा रहा है कि पिटाई का शिकार हुआ युवक विपिन कुमार है। वह इसके पहले सहारनपुर हिंसा के दौरान विवादों में आया था। उस वक्त उसने खुद को भीम आर्मी की युवा विंग का सदस्य बताया था। वह कुछ दिनों पहले ही जेल से छूटकर आया है।
विपिन पर आरोप है कि उसने कुछ साथियों के साथ मिलकर दलितों के घर से देवी देवताओं के पोस्टर और मूर्ति उतरवा दिए थे। इनकी जगह उसने दलितों के यहां बाबा भीमराव आंबेडकर और रविदास के पोस्टर चिपकाए थे। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।
बाद में हिंदू युवा वाहिनी के सदस्यों ने देवी-देवताओं का अपमान करने पर एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद विपिन और उसके साथी इस मामले में जेल भेजे गए थे।
दलित समाज करेगा प्रदर्शन
इस घटना के विरोध में शहीद ऊधम सिंह सेना संगठन ने धमकी दी कि अगर 17 जनवरी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तो वह आंदोलन करेगी। पुलिस क्षेत्राधिकारी योगेंद्र सिंह ने बताया कि विपिन कुमार को पीटने वाले चार आरोपियों राहुल, धीरज, जोधा और काकू के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। चारों आरोपी फरार हैं। उन्हें पकड़ने के लिए मुहिम छेड़ गई है।