नई दिल्ली- उच्चतम न्यायालय ने महाराष्ट्र में बार सहित विभिन्न स्थानों पर डांस प्रस्तुति पर रोक लगाने वाले महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम 2014 संशोधन पर रोक लगा दी है।
गुरुवार को हुई सुनवाई के बाद शीर्ष अदालत ने ये फैसला दिया। उच्चतम न्यायालय ने हालांकि संबद्ध अधिकारियों को अमर्यादित डांस प्रस्तुतियों के नियमन का अधिकार दिया।महाराष्ट्र में कांग्रेस-एनसीपी की सरकार के समय डांस बार को बंद करवा दिया गया था।
साल 2014 में तत्कालीन कांग्रेस-एनसीपी सरकार ने महाराष्ट्र पुलिस क़ानून में संशोधन करते हुए बार समेत राज्य के कई जगहों पर होने वाले डांस कार्यक्रमों पर पाबंदी लगा दी थी।
गुरुवार को सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में डांस बार को तो खोलने की इजाज़त दे दी लेकिन लाइसेंस अधिकारियों को इस बात की छूट दी कि वो डांस कार्यक्रमों पर नज़र रखें और इस बहाने अश्लील कार्यक्रमों पर कार्रवाई कर सकें।
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र में डांस बार पर लगी पाबंदी हटा दी है और कहा है कि डांस बार एक सम्मानित पेशा है। कोर्ट के इस फैसले के बाद से करीब 43 साल पहले वैटर सर्विस के नाम से शुरू हुए डांस बार एक बार फिर चमचमाती मुंबई में खुले दिखाई देंगे और फिर से बार बालाओं के कदम थिरकते हुए दिखाई देंगे।
हालांकि कोर्ट ने अपने फैसले में ये भी कहा है कि हम महाराष्ट्र पुलिस (द्वितीय संशोधन) कानून की धारा 33 (ए) (1) के प्रावधानों पर रोक लगाना उचित समझते हैं। साथ ही न्यायालय ने अपने अंतिम आदेश में एक शर्त भी लगा दी और राज्य में लाइसेंसिंग प्राधिकारियों को बार तथा दूसरे स्थलों पर अश्लील डांस प्रदर्शनों को नियंत्रित करने की भी अनुमति प्रदान कर दी।
देश के कई मंदिरों और प्राचीन स्थलों में आज भी महिलाओं के डांस करने के प्रमाण मिलते हैं। आज भी कई प्राचीन इमारतों में महिलाओं के नृत्य करने और नग्न तस्वीरों की चित्रकला देखी जा सकती है। अगर संस्कृति के सबूतों में ही महिलाओं को नग्न दिखाया जा सकता है, तो बार डांस में अश्लीलता होने का सवाल ही नहीं उठता, क्योंकि अधिकतर बार बालाओं का परिधान लहंगा, साड़ी आदि होते हैं।
जबकि कई लोगों को कहना है कि बार बालाओं के इशारे और उनके दोभाषी शब्द उन्हें अश्लील लगते हैं। बार बालाएं जो आंखों से या हाथों से इशारे करती हैं, वो ठीक नहीं है। लेकिन अगर सोचा जाए तो ये अश्लीलता नहीं बल्कि उनकी कला है। आज कई लोगों ने अपनी कला और एक्टिंग के बल पर इतनी प्रसिद्धि हासिल कर ली है कि जिनका नाम देश की महान हस्तियों का नाम भी शामिल है। तो अगर कोई बार में अपनी कला का प्रदर्शन कर रहा है तो उसे गलत नहीं कहा जाना चाहिए।