ब्रिटेन में एक बार फिर सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी सरकार बनाएगी। ताजा जानकारी के अनुसार 650 में से 638 सीटों के नतीजे आ चुके हैं और कंजर्वेटिव पार्टी को 322 सीटें, लेबर पार्टी को 228 सीटें, स्कॉटिश नेशनल पार्टी (एसएनपी) को 56 सीटें और अन्य को 32 सीटें मिली हैं। बहुमत के लिए 326 सीटों की जरूरत है ।
सत्तासीन कंजर्वेटिव पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और 322 सीटें जीतकर एक बार फिर से ब्रिटेन की सत्ता संभालने के लिए उत्साहित है।
प्रधानमंत्री डेविड कैमरन इन चुनावों में दूसरे कार्यकाल के लिए किस्मत आजमा रहे थे और नतीजों से यह सुनिश्चित हो गया है कि वह प्रधानमंत्री के रूप में एक बार फिर 10, डाउनिंग स्ट्रीट पहुचेंगे।
इस बीच लेबर पार्टी को 1987 के बाद सबसे बड़ी हार का सामना करना पड़ा है। इस हार से आहत होकर लेबर पार्टी के प्रमुख एड मिलिबैंड ने स्थिफे की पेशकश की है।
शुरुआती रूझानों में उनकी सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी को एड मिलीबैंड की लेबर पार्टी से कड़ी टक्कर भी मिल रही थी, लेकिन जैसे-जैसे मतों की गिनती आगे बढती गयी कंजरवेटिव पार्टी ने अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
वहीं, स्कॉटिश नेशनल पार्टी 56 सीटें जीतकर किंग मेकर की भूमिका में नज़र आ रही है। अब तक के नतीजों से यह अनुमान लगाया जा रहा है कि स्कॉटिश नेशनल पार्टी ने लेबर पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया है।
पिछले चुनाव के मुक़ाबले इस बार स्कॉटिश नेशनल पार्टी को ज़बरदस्त फ़ायदा हुआ है और लेबर पार्टी को अपने सबसे सुरक्षित क्षेत्रों में भी हार का सामना करना पड़ा है।