बुरहानपुर [TNN] दाउदी बोहरा समाज के 53वें धर्मगुरू सैयदना मुफददल सैफुउददीन सहाब का सयैदना बनने के बाद पहली बार बुरहानपुर आगमन | निप्रद्ध बोहरा समाज के 52वें धर्मगुरू डॉ. सयैदना मोहम्मद बुरहाउददीन सहाब का चार माह पूर्व मुम्बई में निधन हुआ आप ने अपने निधन से तीन वर्ष पूर्व अपने द्वितीय षहजादे अलीकदर सयैदी मुफददल भाई सहाब को अपना उत्ताधिकारी लंदन में घोषित किया।
अंजुमन जक्वी जमाअत कमेटी के प्रवक्ता एंव एडवायईजर बोर्ड के सदस्य मुल्ला तफज्जुल हुसैन मुलायमवाला ने बताया की 52वें धर्मगुरू के आदेष से 53वें धर्मगुरू सयैदना मुफददल सैफुउददीन सहाब कायम हुए। सयैदना मोहम्मद बुरउददीन सहाब 50 वर्ष तक धर्म गुरू रहे।
और आप के निधन के बाद 53वें धर्मगुरू सयैदना मुफददल सैफुउददीन सहाब निरन्तर दाउदी बोहरा समाज के लोगे के उत्थान कार्य में रात दिन मषगुल है। आपने ने करबला और नजफ में मौला अली और इमाम हुसैन की ज्यारत से अपने कार्यो का शुभारंभ किया। आप यमन भी तषरीफ ले गए।
उसके बाद भारत में बोहरा धर्मगुरूओं की ज्यारत ;दरगाहो परद्ध के लिए आप ने सूरत, अहमदाबाद, जामनगर, मांडवी और उज्जैन की दरगाहो पर अपने हजारों अनुयाईयो के साथ ज्यारत की इसी कडी के सिलसिले में आप बुरहानपुर की विष्व प्रसिद्ध दरगाह ए हकिमी में सयैदी हकीमउददीन सहाब सयैदना जकीउददीन सहाब और सयैदी जीवनजी सहाब की ज्यारत के लिए उज्जैन से रविवार की शाम बुरहानपुर पहुंच रहे है।
आपके स्वागत की पूर जोष तैयारी दरगाह ए हकिमी के मैनेजर शेख अली मोहम्मद और अस्सिटेड मैनेजर षेख जूजर भाई और बुरहानपुर शहर के आमील सहाब षेख हुजैफा भाई जिनकी अहमदाबाद से बुरहानपुर 15 दिन पूर्व सयैदना सहाब के आदेष से नियुक्ती हुई है।
श्री मुलायमवाला ने बताया की इस के पहले अहमदाबाद में भी आमील सहाब हुजैफा भाई ने सयैदना सहाब के अहमदाबाद आगमन पर जोर शोर से सयैदना सहाब का स्वागत किया था। आमील सहाब की कोषिषो से सयैदना सहाब ने बुरहानपुर शहर में स्थित न्यू नजमी मस्जिद और जक्वी हवेली में पधार कर बुरहानपुर शहर के अनुयाईयों को दिदार नमाज और जाफत मिसाक और निकाह के कार्य सम्पन्न करने की अनुमती प्रदान की।