फरीदाबाद : ग्रेटर फरीदाबाद स्थित एकॉर्ड अस्पताल में काम करने वाली दो युवतियों के शव अलग-अलग जगह फंदे से लटके मिले हैं। मृतकों में एक युवती अस्पताल में स्टाफ नर्स के पद पर कार्ररत थी। दूसरी एक फार्मा कंपनी की तरफ से जीएम के पद पर थी, जो एकार्ड अस्पताल में कंपनी का काम देख रही थी। पुलिस ने दोनों के शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बीके अस्पताल में भिजवा दिए हैं। स्टाफ नर्स के पिता ने अस्पताल प्रबंधन पर हत्या कर शव फंदे से टांगने का आरोप लगाया है। जीएम के परिजनों ने अभी पुलिस को अपना बयान नहीं दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। सोमवार को पलवली गांव में एकॉर्ड अस्पताल के हॉस्टल में एक स्टाफ नर्स का शव फंदे से लटका मिला। हॉस्टल तीन मंजिल का बना हुआ है। यहां 62 नर्स रहती हैं। तीसरी मंजिल पर जाने के बाद सीढि़यों की ममटी की छत से निकले सरियों पर दुप्पटे के सहारे नर्स का शव लटका हुआ था।
दुपट्टा उंचाई पर बांधने के लिए बांस की सीढ़ी का इस्तेमाल किया गया था। सूचना पाकर खेडी पुल थाने से पुलिस मौके पर पंहुची और शव कब्जे में लिया। फोरेंसिक टीम ने युवती के कमरे की तलाशी ली लेकिन कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। पुलिस ने युवती का मोबाइल व लेपटॉप व अन्य सामान कब्जे में लिया है। युवती की पहचान मूल रूप से महेंद्रगढ़ के गांव राठीवास निवासी कविता (26) के रूप में हुई है।
पिता महेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी शादीशुदा है। छोटी बेटी कवीता फरीदाबाद के एकॉर्ड अस्पताल में करीब आठ माह से स्टॉफ नर्स की नौकरी कर रही थी। सोमवार सुबह छह बजे कविता की फोन पर बड़ी बहन से बात हुई थी। कविता बिलकुल भी तनाव में नहीं थी। पुलिस का दोपहर में फोन आया कि बेटी ने फंदा लगा लिया है। आरोप है बेटी की हत्या करने के बाद शव फंदे से लटकाया गया है।
दूसरे मामले में पलवल निवासी मृतका शीतल के भाई नरेंद्र ने बताया शीतल (27) एकॉर्ड अस्तपाल में जीएम के पद पर कार्यरत थी। दो दिन से उनका शीतल से कोई संपर्क नहीं हो रहा था। सोमवार को हॉस्पिटल ने उन्हें सूचना दी कि शीतल अस्पताल भी नहीं आ रही है। परिजनों ने सेक्टर-86 स्थित समर पाम सोसाइटी की तीसरी मंजिल पर स्थित फ्लैट नंबर 307 पर पहुंचे।