फर्जी स्टांप पेपर घोटाले के दोषी अब्दुल करीम तेलगी की मौत हो गई है। उनकी हालत काफी गंभीर थी। पिछले एक सप्ताह से वो अस्पताल में भर्ती थे उन्हें मस्तिष्क ज्वर था। अस्पताल में उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। सोमवार को पत्रकारों से बात करते हुए उनके वकील एमटी नानैया ने बताया था, ” वह जीवित हैं लेकिन उनकी हालत गंभीर है. उन्हें विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। वह आईसीयू में हैं और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है। वह मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित हैं।”
अब्दुल करीम तेलगी को स्टैंप घोटाले में दोषी पाया गया था। दोषी पाए जाने वाले तेलगी को कोर्ट ने 30 साल की सजा सुनाई थी। सजा के बाद उसे बेंगलुरु के पाराप्पाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में रखा गया था। उस पर 202 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था।
2002-03 के दौरान नकली स्टैंप पेपर रैकेट मामले में विशेष जांच दल ने कई फोनों पर उसकी बातचीत को टेप किया था। करोड़ों रुपये के स्टांप पेपर घोटाला मामले के मुख्य अभियुक्त अब्दुल करीम तेलगी को दोषी ठहराया गया। कोर्ट इस मामले में तेलगी को साल 2007 से 30 साल तक सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी।
जानकारी के मुताबिक फर्जी स्टांप पेपर वह अपने एजेंटों के साथ मिलकर बनाता था और इसका इस्तेमाल कथित तौर पर बैंकों, बीमा कंपनियों और ब्रोकरेज फर्मों को बेच दिया था।