नई दिल्ली- हज यात्रा के दौरान मची भगदड़ में मरने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि की घोषणा आज सउदी प्रशासन द्वारा किए जाने के बाद, इस त्रासदी में मरने वाले भारतीयों की संख्या बढ़कर 74 हो गई है।
यह भगदड़ वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान घटी पिछले 25 साल की सबसे भीषण त्रासदी थी जिसमें अभी भी बड़ी संख्या में लोग लापता हैं। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज कहा, हज भगदड़- सउदी अरब ने एक और सूची जारी की है। मृतक भारतीयों की संख्या अब 74 है।
बीते 24 सितंबर को पवित्र शहर मक्का के पास वार्षिक हज यात्रा के दौरान मची भगदड़ के बाद से बड़ी संख्या में, भारत और अन्य देशों के लोग अभी भी लापता हैं।स्वराज ने पहले कहा था कि 78 भारतीय लापता हैं और सरकार उनका पता लगाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है।
विदेश अधिकारियों और मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, मरने वालों की संख्या 1036 है। विदेश मामलों के राज्य मंत्री वी के सिंह लापता भारतीयों का पता लगाने के उद्देश्य से वहां के अधिकारियों के साथ तालमेल करने के लिए सउदी अरब जा चुके हैं।
सउदी सरकार ने भारत को यह सूचित किया था कि वह अलग-अलग देशों से उनके मृतक या घायल नागरिकों के बारे में संवाद करेगी । इसके बाद स्वराज ने कल सिंह से सउदी अरब जाने के लिए कहा था। वी के सिंह वहां स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय करेंगे और महावाणिज्य दूत के प्रयासों को मजबूत करेंगे।
हज यात्रा के दौरान भगदड़ उस समय मच गई थी, जब दो विपरीत दिशाओं से आ रहीं हाजियों की विशाल कतारें एक ही जगह आपस में मिल गईं। यह घटना शैतान को प्रतीकात्मक तरीके से पत्थर मारने के दौरान मिना के पांच मंजिला जमारात सेतु के पास हुई।
इस साल हज यात्रियों के साथ पेश आया यह दूसरा बड़ा हादसा था। 11 सितंबर को निर्माण कार्य में लगी एक क्रेन मक्का की ग्रैंड मस्जिद पर गिर गई थी, जिसके कारण 11 भारतीयों समेत 100 से ज्यादा लोग मारे गए थे। एजेंसी