मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भाजपा और आरएसएस द्वारा आईएसआई से पैसा लेने वाले अपने बयान पर घिर गए हैं। आज ग्वालियर हाईकोर्ट में उनके खिलाफ मानहानि का केस दर्ज करवाया गया है। वकील ने अवधेश सिंह ने यह मानहानि का केस दर्ज करवाया है। दिग्विजय सिंह ने अपने भिंड प्रवास के दौरान कहा था कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी से भाजपा और संघ पैसा लेते हैं। आईएसआई से जुड़े होने को लेकर मध्यप्रदेश में पिछले दिनों जो गिरफ्तारियां हुई है वो सभी संघ और भाजपा से जुड़े लोग हैं।
क्या था बयान
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह अक्सर अपने बयानों के कारण सुर्खियों में छाए रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने एक ऐसा बयान दिया है जिससे कि राजनीतिक सरगर्मी बढ़ सकती है।
उन्होंने आरोप लगाया है कि भाजपा और बजरंग दल आईएसआई से जासूसी के लिए पैसा ले रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जो लोग आईएसआई से पैसा लेते हैं वही लोग भाजपा और आरएसएस से भी पैसा लेते हैं।
मध्यप्रदेश के भिंड में दिग्विजय ने कहा, ‘बजरंग दल, भाजपा आईएसआई (पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी) से पैसा ले रहे हैं। इन पर ध्यान देने की जरूरत है। गैर-मुस्लिम पाकिस्तान की आईएसआई के लिए मुस्लिमों की तुलना में ज्यादा जासूसी कर रहे हैं। हमें इसे समझना चाहिए। हमारी विचारधारा की लड़ाई भाजपा और आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) से है जिन्होंने आजाद भारत के संघर्ष में कहीं भाग नहीं लिया और अब हमें राष्ट्रीयता का सबक सीखाना चाहते हैं।’
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘1947 से पहले ये लोग (भाजपा-आरएसएस) कहां थे? जब इंदिरा ने पाकिस्तान के दो टुकड़े किए तब ये लोग कहां थे? इसलिए हमको सबक देने की जरूरत नहीं है।’
पिछले साल दिग्विजय ने हिंदू आतंकवाद को मुद्दा बनाते हुए कहा था कि हिंदू धर्म वाले जितने आतंकी पकड़े गए थे वह आरएसएस से जुड़े रहे हैं। संघ से हिंदू आतंकवादी आते हैं क्योंकि संघ की विचारधारा नफरत फैलाने वाली है।
उन्होंने कहा था कि जितने भी हिंदू धर्म वाले आतंकवादी पकड़े गए हैं, सब संघ के कार्यकर्ता रहे हैं। महात्मा गांधी को मारने वाला नाथू राम गोडसे भी आरएसएस का हिस्सा था।
दिग्विजय की तरह साल की शुरुआत में कमलनाथ सरकार के मंत्री डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा था कि आरएसएस हथियार, बम, एटम बम, ग्रेनेड बनाने और धमाके करने का प्रशिक्षण देती है।
उन्होंने कहा था, ‘आरएसएस हथियार, बम, एटम बम, ग्रेनेड बनाने और धमाके करने का प्रशिक्षण दे रहा है।’ जिसपर पलटवार करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि इससे उनका मानसिक दिवालियापन दिखाई देता है।