नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जानकारी दी है कि भर्ती करने के बाद 5000 हेल्थ सहायकों को आइपी यूनिवर्सिटी के माध्यम से ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी। दिल्ली के 9 मेजर मेडिकल इंस्टीट्यूट हैं वहां पर इन सभी ट्रेनिंग दी जाएगी। ये लोग डॉक्टरों व नर्सों की मदद करेंगे। 5000 लोगों को हम ट्रेंड कर के छोड़ देंगे। जब जरूरत पड़ेगी इन्हें लगाया जाएगा।
अरविंद केजरीवाल ने बताया कि 17 जून यानी बृहस्पतिवार से कम्युनिटी नर्सिंग असिस्टेंट यानी हेल्थ सहायक पद के लिए आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद चयनित लोगों की 28 जून से ट्रेनिंग होगी। 12 वीं कक्षा पास लोगों को लिया जाएगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को डिजिटल पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर को लेकर कई सारी तैयारियां की जा रही हैं। इसके लिए मैं खुद दिल्ली के कई अस्पतालों में गया हूं। ऑक्सीजन का इंतजाम किया जा रहा है। हमने पहली दो लहरों में देखा है कि ऐसे समय में मेडिकल स्टाफ की बहुत कमी हो जाती है। इसे देखते हुए दिल्ली सरकार ने अहम फैसला लिया है कि 5000 हेल्थ सहायक की भर्ती की जाएगी। इन्हें कम्युनिटी नर्सिंग असिस्टेंट भी कहते हैं। भर्ती के बाद इन 5000 युवाओं को 2-2 सप्ताह की ट्रेनिंग भी दिलवाई जाएगी। अरविंद केजरीवाल ने काह कि यूके और इंग्लैंड में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। इसे देखते हुए हम भी तैयारी में जुटे हैं।
केजरीवाल के प्रेस कॉन्फ्रेंस की बड़ी बातें-
- दिल्ली को तीसरी लहर से बचाने की तैयारियां चल रही हैं।
- पिछले कुछ दिनों में मैं कई अस्पतालों में गया जहां ऑक्सीजन के प्लांट लगाए जा रहे हैं, ऑक्सीजन कॉन्संट्रेटर की व्यवस्था, ऑक्सीजन स्टोरेज की व्यवस्था के साथ कई तरह की तैयारियां तीसरी लहर को लेकर चल रही हैं।
- बीती लहरों में जिस तरह मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ की कमी हुई वैसी तीसरी लहर में न हो इसके लिए एक योजना बनाई जा रही है।
- इसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने बहुत बड़ा और महत्वकांक्षी प्लान बनाया है, 5000 हेल्थ असिस्टेंट्स तैयार का। इन्हें टेक्निकल भाषा में कम्यूनिटी नर्सिंग असिस्टेंट्स कहते हैं।
- 5000 युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी जो दो हफ्ते की होगी। यह ट्रेनिंग आईपी यूनिवर्सिटी दिलवाएगी।
- इन लोगों इसके बाद दिल्ली के नौ मेडिकल इंस्टीट्यूट में बेसिक ट्रेनिंग दी जाएगी।
- ये 5000 ट्रेन्ड असिस्टेंट्स डॉक्टरों और नर्सों के असिस्टेंट के रूप में काम करेंगे, निर्णय लेना इनके हाथ में नहीं होगा। जो काम इन्हें डॉक्टर देंगे वो काम करेंगे।
- इनको बेसिक बेसिक नर्सिंग, लाइफ सेविंग, पैरामेडिक, फर्स्ट एड, होम केयर में ट्रेनिंग दी जाएगी।
- बेसिक चीजों की ट्रेनिंग दी जाएगी जैसे ऑक्सीजन कैसे नापते हैं, ब्लड प्रेशर कैसे नापते हैं, वैक्सीन कैसे करते हैं, पेशेंट केयर में, डायपर चेंज करना, सैंपल कलेक्शन करना, कॉन्संट्रेटर और ऑक्सीजन सिलिंडर कैसे काम करता है, मास्क कैसे लगाना जैसे कामों में ट्रेनिंग दी जाएगी।
- इस तरह के असिस्टेंट होने से डॉक्टर आराम से काम कर सकेंगे और मरीजों की देखभाल भी हो सकेगी।
- हम इन पांच हजार लोगों को ट्रेन करके छोड़ देंगे फिर जब इनसे काम पड़ेगा तो इन्हें बुलाया जाएगा। जितने दिन इनसे काम कराया जाएगा उतने दिन की इन्हें सैलरी दी जाएगी।
क्या है प्रक्रिया और कौन कर सकता है ट्रेनिंग-
- 17 जून से इसके लिए ऑनलाइन आवेदन दिया जा सकता है। 28 जून से ट्रेनिंग शुरू होगी।
- 500 लोगों का बैच होगा जिसकी दो हफ्ते ट्रेनिंग होगी।
- इस ट्रेनिंग के लिए 12वीं पास एलिजिबल हैं।
- आवेदनकर्ताओं की उम्र 18 वर्ष या उससे ज्यादा होनी चाहिए। पहले आओ पहले पाओ(फर्स्ट कम फर्स्ट सर्व) के आधार पर ट्रेनिंग होगी।
- केजरीवाल ने आगे कहा कि इस पूरे कदम से दिल्ली को तीसरी लहर से लड़ने में बड़ी मदद मिलेगी। मैं प्रार्थना करता हूं कि दिल्ली में थर्ड वेव आए ही न लेकिन आती है तो हम इसका मुकाबला मजबूती के साथ करेंगे।