नई दिल्ली. दिल्ली विधानसभा चुनाव के रुझानों में 62 सीटों पर बढ़त बनाने वाली आम आदमी पार्टी (आप) को स्पष्ट बहुमत मिलना तय लग रहा है। हालांकि, उसे 5 सीटों का नुकसान हो रहा है। भाजपा 8 सीटों पर आगे है, यानी पिछली बार से 5 सीटों की बढ़त है। कांग्रेस का लगातार दूसरे चुनाव में खाता खुलता नजर नहीं आ रहा है। पटपड़गंज से उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया 12 राउंड की गिनती तक पीछे चले और 13वें राउंड में आगे हुए। उन्होंने अपनी जीत पर कहा कि भाजपा ने नफरत की राजनीति की, पर दिल्ली ने काम करने वालों को चुना।
70 विधानसभा सीटों के लिए 8 फरवरी को 62.59% वोट डाले गए थे। भाजपा 22 साल और कांग्रेस 7 साल से सत्ता से दूर है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तीसरी बार सीएम बनने जा रहे हैं। वे पहली बार 2013 में 48 दिन इस पद पर रहे, फिर इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने दूसरी बार 14 फरवरी 2015 को सत्ता संभाली थी।
जो भी फैसला आएगा, मैं जिम्मेदार मनोज तिवारी – दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए जारी मतगणना के बीच भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा, ट्रेंड बताते हैं कि आम आदमी पार्टी और भाजपा की सीटों के बीच गेप है। हमें अब भी उम्मीद है। हालांकि जो भी नतीजा आएगा, प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मैं जिम्मेादारी लूंगा।
दिल्ली में केजरीवाल सरकार की ताज़ा ख़बर – विधान सभा के साधारण निर्वाचन FEB-2020 के रूझान एवं परिणाम