डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम मुश्किल में हैं। उन पर एक साध्वी के साथ यौन शोषण का आरोप है। एक नजर इस केस से जुड़ी बड़ी बातों पर –
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राम रहीम पर रेप के दो केस चल रहे हैं। यह मामला 2002 में पहली बार तब सामने आया था जब एक पीड़िता ने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के साथ ही पंजाब तथा हरियाणा हाई कोर्ट को चिट्ठी लिखकर अपनी कहानी बताई थी।
इसके बाद ही केस दर्ज हुआ था और सीबीआई को जांच सौंपी गई थी। सीबीआई ने दिसंबर 2002 में जांच शुरू की थी। यह काम एजेंसी के काबिल अफसरों डीआईजी एम. नारायणन और डीएसपी सतीश डागर को सौंपी गई थी। हालांकि केस में सीबीआई के पास चिट्ठी के अलावा कुछ नहीं था।
लंबी मशक्कत के बाद जुलाई 2007 में सीबीआई ने चार्टशीट दाखिल की थी और डेरा प्रमुख पर आरोप तय किए गए थे। चार्जशीट में सीबीआई ने कई संगीन आरोप लगाए थे।
चार्जशीट के मुताबिक, एक समय डेरे में लगभग 130 साध्वियां रहती थीं। 1997 से 2002 के बीच 24 साध्वियों ने डेरा छोड़ दिया था। सीबीआई ने केस की जांच के दौरान 24 साध्वियों में से 20 का पता चल पाया। अधिकांश की शादी हो चुकी थी। इनमें से 18 साध्वियां ही बयान दर्ज कराने के आगे आईं।
सीबीआई ने यहां तक लिखा है कि डेरा प्रमुख का निवास एक गुफा में था, जिसका रास्ता कथिततौर पर गर्ल्स होस्टल से जुड़ा था।
यह लिखा था साध्वी ने अपनी चिट्ठी में
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, जिस साध्वी ने आरोप लगाया है वह पंजाबी रहने वाली है। उसने अपनी चिट्ठी में लिखा है- ‘तब वह आर्ट ग्रेज्युएट की छात्रा थी। माता-पिता कहने पर वह साध्वी बन गई थी। उसके साथ 40-45 लड़कियों और थीं, जो डेरा में सेवा करती थीं। ‘
‘दो साल बाद एक दिन राम रहीम ने उसे अपनी गुफा में बुलाया। तब वे टीवी देख रहे थे और उनके पास बंदूक भी थी।’
चिट्ठी में महिला ने आरोप लगाया है कि डेरा प्रमुख ने उसे धमकाया और यौन शोषण किया। साथ ही धमकाया गया कि डेरा प्रमुख के खिलाफ कोई कुछ नहीं करेगा। ऐसा ही एक अन्य लड़की के साथ किया गया।