महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेता अजित पवार के साथ अचानक सरकार बनाने पर शनिवार को अपनी चुप्पी तोड़ी।
उन्होंने खुलासा किया कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार की रजामंदी से अजित ने सरकार बनाने के लिए हमसे संपर्क किया था। उन्होंने 54 विधायकों के समर्थन की भी बात कही थी और कई से बात भी कराई थी। साथ ही भाजपा नेता ने स्वीकार किया कि हमारा यह दांव उल्टा पड़ गया।
एक निजी न्यूज चैनल से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि अजित पवार ने कहा था कि हम शिवसेना और कांग्रेस साथ तीन पार्टियों की सरकार नहीं चला सकते हैं। इसलिए हमें मिलकर सरकार बनानी चाहिए।
अजित ने यह भी कहा था कि शरद पवार से सरकार बनाने को लेकर पूरी बात हो गई है और उनकी इजाजत है।
भाजपा नेता ने दावा किया कि अजित ने एनसीपी के कई विधायकों से उनकी बात भी कराई थी। इसी भरोसे पर हमने सरकार बनाई थी लेकिन हमारा यह कदम गलत साबित हुआ।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि इस बारे में हम वक्त आने पर जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा की किसी से डील नहीं करती है। अगर करती तो किसी भी पार्टी के साथ ढाई साल के फार्मूले पर राजी हो जाते और हमारी सरकार बन जाती।
शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के साथ रिश्तों पर उन्होंने कहा कि उनसे निजी संबंध जैसे पहले थे, वैसे ही अब भी हैं।