सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामले में आज मुम्बई की अदालत ने आईपीएस दिनेश एम एन को भी बरी कर दिया। साथ ही गुजरात पुलिस के पूर्व डीआईजी डीजी वंजारा को भी बरी कर दिया गया है।
वर्तमान में वे राजस्थान एसओजी में आईजी के पद पर हैं। सोहराबुद्दीन मामले में सीबीआई ने कोर्ट में पेश की चार्जशीट में बताया था कि सोहराबुद्दीन का एनकाउंटर नहीं हुआ था, यह एक कॉन्ट्रेक्ट मर्डर था।
सोहराबुद्दीन राजस्थान के मार्बल व्यवसायियों से वसूली कर रहा था।
आरके मार्बल के मालिक विमल पाटनी से वसूली के लिए धमकी दी थी। पाटनी ने तत्कालीन गुजरात के मंत्री और वर्तमान बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और राजस्थान गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया से संपर्क किया था।
सीबीआई चार्जशीट के अनुसार सोहराबुद्दीन की हत्या का कॉन्ट्रेक्ट विमल पाटनी ने दिया था, हत्या अमित शाह और कटारिया के कहने पर गुजरात और राजस्थान की पुलिस ने की थी।
सीबीआई ने इस मामले में तीन राज्यों के 35 लोगों को आरोपी बनाया था। जिसमें वर्तमान भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह, राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया सहित कई लोगों को बरी कर दिया गया है।