भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले ही मैच में मिली शिकस्त के लिए खराब अंपायरिंग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहाकि विपक्षी टीम के खिलाड़ी जेपी डुमिनी को आउट करने का मौका हाथ आया था लेकिन अंपायर का निर्णय भारत के पक्ष में नहीं गया, इससे मैच का परिणाम पलट गया।
सीमित प्रारूप में भारत की कप्तानी संभाल रहे धोनी ने दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी डुमिनी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने अपनी रणनीति को बहुत अच्छी तरह से लागू किया और अपनी टीम को जीत दिलाई। धोनी ने मैच के बाद कहाकि, डुमिनी ने अपने गेम प्लान को अच्छे से लागू किया और बेहतरीन पारी खेली।
हमारे लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हम डुमिनी को उस समय आउट नहीं कर सके जब दक्षिण अफ्रीका लक्ष्य से काफी पीछे था। हमारे पास डुमिनी को आउट करने का बढिया मौका आया था लेकिन अंपायर का निर्णय हमारे हक में नहीं गया जिससे मैच का पूरा रूख ही बदल गया। इस निर्णय से हमारी टीम पर दबाव और भी बढ़ गया। मुझे लगता है कि यह दुखद है कि हम डुमिनी को आउट नहीं कर सके।
विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी का इशारा उस घटना की ओर था जब दक्षिण अफ्रीका की पारी के 17वें ओवर में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार का यॉर्कर स्टंप्स के बिल्कुल सामने डुमिनी के जूते पर जाकर लगा। भारत ने इसके लिये अपील की लेकिन अंपायर ने इसे खारिज कर दिया। उस समय मेहमान टीम को 23 गेंदों में 43 रनों की जरूरत थी और डुमिनी तथा फरहान बेहारडिएन क्रीज पर थे।