खंडवा : रात 10:00 बजे बाद तक गरबा कराने और पुलिस के साथ विवाद करने पर प्रशासन ने नव चंडी देवी मंदिर के महंत बाबा गंगाराम को गिरफ्तार कर लिया।
कल उनके भाई को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने उन पर शासकीय कार्य में बाधा, कोलाहल अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया। दोनो को ही न्यायालय में पेश किया जहाँ से उन्हें जमानत पर छोड़ दिया गया।
बाबा गंगाराम मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के आध्यात्मिक गुरु कहे जाते हैं। पुलिस ने उन्हें उनके घर से चड्डी बनियान पर ही उठाया और न्यायालय में पेश किया। पुलिस की इस कार्रवाई से खंडवा के गरबा मंडलों में रोष है।
मामला कल रात का है जब खंडवा के प्रसिद्ध नव चंडी देवी धाम मंदिर के प्रांगण में गरबा का कार्यक्रम चल रहा था । यहां वर्षों से पारंपरिक गीत और संगीत पर गरबा होता है।
इसी दौरान पुलिस ने आचार संहिता और ऊंची ध्वनि में साउंड बजाने के आधार पर गरबा बंद कराने की बात कही। इसी बात को लेकर बाबा गंगाराम, उनके भाई और पुलिस के बीच विवाद की स्तिथि बनी। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बाबा के भाई को कल ही उठा लिया था और आज देर शाम बाबा को भी उठाकर ले आई।
बाबा नवचंडी मंदिर में वर्षों से गरबा करवाते है और मंदिर में पूजा पाठ करते है। उन्हें पुलिस की कार्रवाई में हस्तक्षेप करने और कोलाहल अधिनियम के आरोपों के तहत न्यायालय में पेश किया जहां से उन्हें जमानत मिल गई।
उनसे भविष्य में शांति भंग न करने की बात पर बॉन्ड ओवर भरवाया गया। उनके भाई को कल तक के लिए जेल भेज दिया गया। पुलिस ने चड्डी पहनी हालात में ही बाबा को उठाया और कोर्ट में पेश किया।
पुलिस की इस कार्यवाही से आमजन और गरबा समूहों में रोष है। बाबा ने पुलिस की इस कार्यवाही पर प्रतिक्रिया में कहा कि इस कार्यवाही से मन को ठेस पहुची।