नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में चुनाव संपन्न होने के बाद जिस तरह से नतीजे बेहद करीब आए और किसी भी दल को बहुमत नहीं मिला, उसके बाद कांग्रेस ने प्रदेश में गठबंधन की सरकार बनाई है। कांग्रेस की सरकार के गठन के बाद से लगातार इस तरह की रिपोर्ट आ रही हैं कि विधायकों को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने दावा किया है कि भाजपा ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार को गिराने के लिए कांग्रेस विधायक को 100 करोड़ रुपए देने की पेशकश की है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने मोरेना से कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाहा से संपर्क किया और उन्हें एक ढाबे पर लेकर गए। इस दौरान पूर्व मंत्री नरोत्तम रमिश्रा और विश्वास सारंग मौजूद थे। यहां पर कांग्रेस विधायक को 100 करोड़ रुपए देने की पेशकश की गई। यही नहीं भाजपा की सरकार में उन्हें मंत्री पद देने का भी वायदा किया गया। वहीं दिग्विजय सिंह के आरोप पर पलटवार करते हुए भाजपा ने चुनौती दी है कि दिग्विजय सिंह अपने दावे को साबित करें।
दिग्विजय सिंह यही नहीं रुके उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार जाने के बाद भाजपा ने कई कांग्रेस के विधायको से संपर्क किया और उन्हें अलग-अलग प्रस्ताव दिए हैं। भाजपा नेताओं ने कुशवाहा से कहा था कि वह अपने साथियों के साथ आए, चार्टड विमान तैयार है। लेकिन कुशवाहा ने ऐसा करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि शिवराज सिंह घबड़ाए हुए हैं क्योंकि वह हार को पचा नहीं पा रहे हैं। वहीं भाजपा नेता नरोत्तम मिश्रा ने दिग्विजय सिंह को अपने दावे को साबित करने की चुनौती देते हुए कहा कि यह उनका सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट है। अगर दिग्विजय सिंह के पास सबूत हैं तो वह कानूनी कार्रवाई करें।
विपक्ष के नेता गोपाल भार्गव ने दिग्विजय सिंह के दावे को खारिज करते हुए कहा कि वह सिर्फ अफवाह फैलाते हैं। हर कोई जानता है कि दिग्विजय सिंह सिर्फ यहां वहां अफवाह फैलाते हैं। आपको पता है कि अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार महज एक वोट से गिर गई थी, हम खरीद-फरोख्त में भरोसा नहीं करते। वहीं भाजपा नेता विश्वास नारंग ने भी दिग्विजय सिंह को उनके आरोप साबित करने की चुनौती दी है।