नई दिल्ली- कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने जम्मू-कश्मीर को लेकर एक अजीबोगरीब बयान दिया है। बलूचिस्तान और कश्मीर के मुद्दे पर मोदी सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि सरकार पहले ‘भारत के अधीन कश्मीर’ का मामला सुलझाए फिर POK पर ध्यान दे।
दिग्विजय सिंह से जब उनके बयान को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने भूल सुधार करते हुए कहा कि उनके कहने का मतलब है कि जो कश्मीर भारत का हिस्सा है सरकार पहले वहां ध्यान दे। पाकिस्तान के अधीन कश्मीर का मुद्दा बाद में देखा जाए।
दरअसल, दिग्विजय सिंह भोपाल में बलूचिस्तान और पीओके को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, ‘नरेंद्र मोदी को पाक ऑक्युपाइड कश्मीर की ज्यादा चिंता हैं। उनको वो धन्यवाद देते है। बधाई देते हैं। बलूचिस्तान को बधाई और धन्यवाद देते है। लेकिन हिंदुस्तान के कश्मीरियों से बात करने के लिए तैयार नहीं हैं। ‘
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा, ‘विश्वास पैदा करना है कश्मीर में, चाहे पाक ऑक्युपाइड कश्मीर हो या फिर भारत ऑक्युपाइड कश्मीर हो। अगर यहां लोगों के मन में विश्वास कायम करना हैं तो बातचीत के जरिए ही हो सकता है। प्रधानमंत्री के बयान से हालात सुधरेंगे नहीं बिगड़ेंगे। ‘
हालांकि, इसके ठीक बाद दिग्विजय सिंह को अपनी गलती का एहसास हो गया। उन्होंने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। कश्मीर और कश्मीरियत पर ध्यान देने की जरूरत हैं।