भोपाल : पैदल नर्मदा यात्रा करने निकले कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने छह माह बाद राजनीति पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि वह प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद नहीं लेंगे।
वह चाहते हैं कि दूसरे लोगों को भी मौका मिलना चाहिए। उनके मुताबिक आने वाले चुनावों के लिए और कांग्रेस की एकजुटता के लिए पार्टी जो भी रणनीति तय करेगी वह बस उसी पर अमल करेंगे। उन्होंने कहा कि उनका एकमात्र लक्ष्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाना है। दिग्विजय की नर्मदा यात्रा आज बरमान के रेतघाट तट पर समाप्त होगी।
गौरतलब है कि दिग्विजय अपनी पत्नी अमृता राय के साथ 190 दिनों में 3300 किलोमीटर की यात्रा पर 30 सितंबर को निकले थे। इस दौरान वह रोजाना 25 किलोमीटर चलकर 120 विधानसभा क्षेत्रों में भी गए। इसके साथ ही उन्होंने कई राज्यों को भी कवर किया। उनकी यात्रा पूरी होने की खुशी में केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने उन्हें बधाई पत्र भेजा।
इसके बाद कांग्रेस नेता योगेंद्र सिंह परिहार और पूर्व विधायक सुनील जायसवाल ने रविवार को बताया कि दिग्विजय की यात्रा के समाप्त होने पर धार्मिक अनुष्ठान किया जाएगा। उनके आने के बाद नर्मदा नदी की पूजा की जाएगी और उसके बाद भंडारे का भी आयोजन होगा।
बता दें कि अपनी यात्रा के दौरान दिग्विजय पूरी तरह से धार्मिक रंग में रंगे नजर आए। उन्होंने इस दौरान राजनीतिक सवालों से दूरी बनाए रखी। हालांकि यात्रा शुरू होने से पहले उन्होंने कहा था कि उनकी अगली यात्रा राजनीतिक होगी।