दिग्विजय ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिंधिया के चेला को उपमुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार को विश्वास मत जीतने का भरोसा है और हम चुप नहीं रहे, हम सो नहीं रहे हैं।मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सिंधिया को अति महत्वकांक्षी करार दिया। उन्होंने कहा कि सिंधिया राज्यसभा के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते थे लेकिन अति महत्वाकांक्षी नेता को केवल मोदी-शाह ही मंत्री पद दे सकते हैं।
नई दिल्लीः मध्यप्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे पर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने दावा किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को मध्य प्रदेश में उपमुख्यमंत्री के पद की पेशकश की गई थी। लेकिन, वे अपने नामित व्यक्ति को इस पद पर चाहते थे।
दिग्विजय ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सिंधिया के चेला को उपमुख्यमंत्री के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार को विश्वास मत जीतने का भरोसा है और हम चुप नहीं रहे, हम सो नहीं रहे हैं।
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने सिंधिया को अति महत्वकांक्षी करार दिया। उन्होंने कहा कि सिंधिया राज्यसभा के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी हो सकते थे लेकिन अति महत्वाकांक्षी नेता को केवल मोदी-शाह ही मंत्री पद दे सकते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि हमे यह अंदाजा नहीं था कि सिंधिया कांग्रेस छोड़ देंगे। वह एक गलती थी। दिग्विजय ने यह भी दावा किया कि बागी 22 विधायकों में से 13 विधायक फिर से कांग्रेस में लौटने को तैयार हैं।