डिंडौरी: आदिवासी जिला डिंडौरी के अमरपुर विकास खंड का किसान इन दिनों खून के आसू रोने को मजबूर है। खून के आसू इस लिए क्युकि गांव में बने जलाशय में लबालब पानी भरा हुआ है पर किसान को इस साल इस जलाशय से एक बूँद पानी भी नहीं मिल सका है। ऐसे एक दो नहीं बल्कि 300 किसान है। जिनके खेत में फसल पानी की कमी से पूरी तरह से सूख चुकी है । वही सिचाई विभाग के इंजिनियर और sdo ने आज तक जानकारी के बाद भी किसानो की समस्या का समाधान करने की जहमत नहीं उठाई ।
अमरपुर विकास खंड के डुंगरिया गाव के किसान जो अपने गाव की सूखी नहर और फसल को देख विभाग को कोस रहे है किसानो ने बताया की इस साल डेम से एक बूँद भी पानी नहर में नहीं छोड़ा गया क्युकी नहर में ज्यादा सिल्ट जम चुकी है । नहर में जमी सिल्ट की सफाई के लिए किसानो ने जल उपभोक्ता संथा अध्यक्ष सहित विभाग के इंजिनियर और sdo तक को जानकारी दी लेकिन लापरवाहो ने आज तक ध्यान नहीं दिया । हालात ये है की सैकड़ो एकड़ के खेतो में 300 किसानो की लगी फसल पूरी तरह से सूख चुकी है। अब उनके सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
वही महिला किसान अमरवती बाई का आरोप है की फसल सूख गई है न पानी गिर रहा है और न ही नहर से पानी दे रहे है ,300 किसानो के खेत सूख गए है । हम क्या खाए क्या खिलाये अपने बच्चो को ,कही बनी मजदूरी भी नहीं मिल रही है। भूखो मरने की नौबत आ गई है । वही महिलाओ ने प्रदेश सरकार के मुखिया से मदद की गुहार लगाई है।
डुंगरिया के किसान गणेश का कहना है की लबालब डेम भरे होने के बाद भी एक बाल्टी पानी नहीं मिल रहा है। गांव में हाहाकार मचा हुआ है ,फसल कुछ नहीं है । धान में भी परेशानी और गेहू में भी परेशानी आ गई है। अधिकारियो को बताओ तो कहते है खुद ही साफ़ कर लो नहर । अब आप ही बताये कैसे हम इतनी बड़ी नहर साफ़ कर ले। वही कांग्रेस की जिला पंचायत सदस्य इस मामले को बड़ा मुद्दा बनाने की बात कह रही है तो वही सिचाई विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजिनियर ने कहा है की सिल्ट की सफाई पूरी न होने के कारन से पानी नहीं मिल पा रहा है इंजिनियर को निर्देश दिया गया है की खड़े होकर सिल्ट साफ़ करवाए और 2 से ३ दिन के भीतर पानी उपलब्ध कराये।
@दीपक नामदेव