डिंडौरी : शासन आदिवासी बच्चियों के बेहतर भविष्य के लिए सुविधायुक्त छात्रावास बनाकर उन्हें पढने की तमाम सुविधा मुहईया करवा रही है। लेकिन डिंडौरी में हालत कुछ और ही बया कर रहे है । कन्या छात्रावास से बच्चिया स्कूल जाने और आने के अलावा छात्रावास प्रबंधन की अनुमति बिना बाहर नहीं निकल सकती है जैसा की निर्देश है । डिंडौरी मुख्यालय में बने आदिवासी कन्या छात्रावास में कर्मचारियों के होने के बावजूद पढने वाली छात्राओ से पानी भरवाने का मामला सामने आया है । बताया जा रहा है की बी ई ओ आफिस से लगे कन्या छात्रावास परिसर जहा तीन छात्रावास संचालित हो रही है । सुबह से ही पानी की सप्लाई न होने के चलते छात्रावास में नहाने और पीने का पानी नहीं भरा सका । जिसके बाद सुबह से ही स्कूल जाने के लिए कन्या छात्रावास की छात्राओं को बाहर से पानी लेकर आना पड़ा । 10 कर्मचारियों के होने के बावजूद बच्चियों को निस्तार के लिए पानी तक की सुविधा छात्रावास प्रबंधन मुहैया नहीं करवा सका। जानकारी मिलने के बाद जिला के सहायक आयुक्त प्रशान्त आर्य मौके पर पहुच कर पंचनामा बनाकर जिम्मेदारो के खिलाफ कार्यवाही की ।
मामला डिंडौरी नगर में संचालित हो रहे है पोस्ट मैट्रिक आदिवासी कन्या छात्रावास ,खंड स्तरिय उत्कृष्ट कन्या छात्रावास ,पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावास का है । जहा की पानी की सप्लाई न होने के चलते सुबह से ही छात्राओ से पानी भरवाया गया । छात्राओ ने बताया की पिछले2 दिन से छात्रावास में पानी नहीं सप्लाई हुआ है । जिसके चलते उन्हें छात्रावास के बाहर से स्वयं पानी भरना पड़ रहा है।
वही मामले की जानकारी लगते ही जिला के सहायक आयुक्त प्रशांत आर्य मौके पर पहुच कर कार्यवाही करते हुए अनुपस्थित कर्मचारियों के एक दिन के वेतन काटने और अधिक्षको को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए ।
@दीपक नामदेव