डिंडौरी: महिलाओ के सम्मान के प्रति समाज कितना गंभीर इसका जीता जागता उदाहरण बजाग थाना क्षेत्र के झनकी गांव में देखने को मिला जँहा दिव्यांग के चरित्र पर शक के चलते महिला को न सिर्फ सामाजिक बहिष्कार किया, बल्कि दस हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया समाज के ठेकेदारो का इतने में भी दिल नहीं पसीजा उन्होंने पीड़ित महिला का सबके सामने मुंडन करा दिया गया। देश भले ही 21 वी शदी में पंहुचा गया हो पर हालात अभी भी चिंतनीय है,जिसके लिए सरकार को कोई ठोस कदम उठाने होंगे।
झनकी गांव की रहने वाली दिव्यांग पीड़िता अपने दिव्यांग पति के साथ गांव में रहकर दोना पत्तल के साथ सब्जी बेचने का व्यवसाय करती है। महिला दिव्यांग थी तो पति ने दूसरे समाज के व्यक्ति से अपनी दिव्यांग पत्नी की मदद करने के लिए कहा,फिर बस क्या था यह देख समाज के कथित ठेकेदारों ने दोनों के बीच नाजायज सम्बन्ध का आरोप लगाते हुए पहले दिव्यांग महिला को समाज से बहिष्कृत कर दिया , फिर जात में वापस लेने के नाम पर सामाजिक भोज के रूप में 10,000 रु का अर्थ दण्ड दिया। जानकारी गाँव से फैलती हुई मुख्यालय तक पहुँची जहा पुलिस अधीक्षक ने जांच कर कार्यवाही की बात कही है।
डिंडौरी पुलिस अधीक्षक सिमाला प्रसाद ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में आते ही उन्होंने तुरंत जांच के आदेश दे दिए है। अगर जाँच में मामला सही पाया गया तो दोषियों पर अपराध दर्ज नियमानुसार कार्यवाही की जायगी ।
@दीपक नामदेव