मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा, ”हम नहीं चाहते थे कि जैसा दिल्ली में हुआ वह महाराष्ट्र में भी हो। इसके लिए (तब्लीगी जमात के कार्यक्रम) पहले अनुमति दी गई थी, लेकिन हालात के मद्देनजर बाद में परमिशन कैसिंल कर दी गई थी। दिल्ली की मरकज में शामिल हुए सभी लोगों को महाराष्ट्र में ट्रेस कर लिया गया है। कोरोना की तरह ही हमारे यहां कम्युनल वायरस भी मौजूद है।
देश में कोरोनावायरस के संक्रमण का आंकड़ा 3 हजार के पार पहुंच चुका है। अब तक 100 से ज्यादा मरीजों हो चुकी है। ऐसे में केंद्र और राज्य सरकारें एकजुट होकर लोगों से महामारी के खिलाफ लड़ाई की अपील कर रही हैं।
दिल्ली में तब्लीगी जमात के मरकज से 17 राज्यों में संक्रमण फैलने के बाद लोग जमातियों की मंशा पर सवाल खड़े कर रहे हैं।
वहीं, महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोई भी कोरोना को हल्के में न ले, यह वायरस किसी का धर्म नहीं देखता।
महाराष्ट्र में कोरोना के 600 से ज्यादा संक्रमित मिले हैं और 30 से ज्यादा मौतें हो चुकी हैं। शनिवार को मुख्यमंत्री उद्धव ने कहा, ”हम नहीं चाहते थे कि जैसा दिल्ली में हुआ वह महाराष्ट्र में भी हो। इसके लिए (तब्लीगी जमात के कार्यक्रम) पहले अनुमति दी गई थी, लेकिन हालात के मद्देनजर बाद में परमिशन कैसिंल कर दी गई थी। दिल्ली की मरकज में शामिल हुए सभी लोगों को महाराष्ट्र में ट्रेस कर लिया गया है। कोरोना की तरह ही हमारे यहां कम्युनल वायरस भी मौजूद है। झूठे मैसेज फैलाने वालों और मौज-मस्ती के लिए तब्लीगी जैसे आयोजनों के वीडियो अपलोड करने वाले कोरोना को हल्के में न लें। यह वायरस किसी का धर्म नहीं देखता है।”
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, कोरोना की चेतावनी के बाद भी निजामुद्दीन की मस्जिद में तब्लीगी जमात ने आयोजन किया।
अब दिल्ली, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश समेत देश के 17 राज्यों में कोरोना के 30% केस जमातियों की वजह से फैले हैं। इन्हीं में से 12 संक्रमित दम तोड़ चुके हैं।