अमेठी/सुल्तानपुर : अक्सर अपने तैश के चलते चर्चा में रहने वाले सरदार नर्सिंग होम के संचालक डाक्टर मकसूद सरदार ने शहर के यूको बैंक में ढाई घंटे तक जमकर हंगामा किया । बैंक मैनेजर से लेकर स्टाफ और बैंक कस्टमर्स को गालियाँ देते हुए हाथा-पाई की। प्रकरण जब कोतवाली पहुंचा तो दिन पूर्व चार्ज पाए एसएचओ साहब ने बैंक मैनेजर की तहरीर लेते हुए कुछ ऐसा कहा कि एफआईआर लिखवाने के लिए आई.जी.-डी.आई.जी. को हस्तक्षेप करना पड़ा।
जानें क्या है पूरा मामला
नगर कोतवाली के टेलीफोन एक्सचेंज के सामने नंदनी काम्प्लेक्स में यूको बैंक की शाखा खुली है।यहाँ बैंक मैनेजर राम आसरे ने घटना के संदर्भ में जो तहरीर दी है उसके अनुसार शहर के सरदार नर्सिंग होम के संचालक एवं रोटरी क्लब के मेम्बर डा. मकसूद सरदार सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने के आरोपी लग रहे हैं।
एड्रेस वेरीफिकेशन में थी प्राब्लम
बैंक मैनेजर ने तहरीर में लिखा है कि बुधवार को डाक्टर अपनी सास अतिया सुगरा के साथ क़रीब 1 बजे बैंक में पहुंचे, और 3:30 बजे तक बैंक में हाईवोल्टेज ड्रामा किया।दरअसल मामला ये था कि डाक्टर की सास ने 2 मार्च 17 को बैंक में अकाउंट खोला था, जिसमें दिए गए एड्रेस पर बैंक द्वारा वेरीफिकेशन पेपर्स रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजा गया।दिए गए एड्रेस पर अकाउंट होल्डर के न मिलने पर पेपर्स बैंक वापस आ गया।इसी क्रम में 25 अप्रैल को डाक्टर की पत्नी मां अतिया संग बैंक पहुंची और मामले की जानकारी होने पर खेद व्यक्त करते हुए पुनः पेपर्स भेजने की बात कही।
बचाव में आए कस्टमर्स तो उन्हें भी दी गालियां
तभी बीते गुरुवार को दिन में क़रीब एक बजे डाक्टर अपनी सास के साथ बैंक के अन्दर पहुंचे और तमतमाते हुए बैंक मैनेजर की केबिन में पहुंच गए।जहां पर डाक्टर ने बैंक मैनेजर से लेकर स्टाफ तक के साथ बदसलूकी किया।यही नहीं बल्कि मामला काफी गर्म देख बैंक के कुछ कस्टमर्स भी बचाव में आए तो डाक्टर ने उन्हें भी झटक-पटक गालियां दी।हद तो तब हो गई के जब ढाई घंटे के बाद डाक्टर मैनेजर की केबिन से बाहर निकलने लगे तो उन्होंने मैनेजर को जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए बैंक बंद करा देने की धमकी दे डाली।गनीमत बस ये था कि पूरा का पूरा मामला बैंक के सीसीटीवी कैमरे के साथ-साथ एक स्टाफ के मोबाइल कैमरे में भी कैद हो गया।
कोतवाली में दी मैनेजर ने तहरीर तो मिला ये जवाब
वहीं बैंक मैनेजर ने कोतवाली पुलिस पर भी गम्भीर आरोप लगाए हैं।उनका कहना था कि जब घटना के बाबत तहरीर लेकर स्टाफ के साथ वो कोतवाली पहुँचे और इंस्पेक्टर कोतवाली सुरेश मिश्रा को तहरीर दिया तो उन्होंने बेतुका सा जवाब दिया।बैंक स्टाफ की मानें तो इंस्पेक्टर ने अस्पष्ट शब्दों में कहा के एफआईआर तो वो दर्ज कर लेगें लेकिन रिटायर्डमेंट के बाद भी उन्हें मुकदमा लड़ने कोर्ट आना पड़ेगा।इस जवाब के बाद मैनेजर ने जानकारी उच्च अधिकारियों को दिया तो गुरुवार को आईजी लखनऊ और डीआईजी फैजाबाद ने मामले में संज्ञान लेते हुए मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया।
डाक्टर ने भी लगाया आरोप
उधर इस पूरे मामले पर डाक्टर ने स्वयं को निर्दोष बताया है।बल्कि डाक्टर ने बैंक मैनेजर पर बैंक कस्टमर अपनी सास को हैरान करने का आरोप लगाया है।साथ ही डाक्टर ने ये भी आरोप लगाया है कि मैनेजर ने उनकी पत्नी से अलग से मिलकर काम करने की बात कही है।उन्होंने कहा कि इस संदर्भ में हमने भी कोतवाली में तहरीर दिया है।
संज्ञान में है मामला
फिलहाल इस पूरे मामले पर सीओ सिटी मुकेश मिश्रा से जब जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आ गया है।सीओ ने कहा कि लेकिन मामले से सम्बंधित वीडियो अभी उन तक नहीं पहुंची है।फिर भी वो एसएचओ को एफआईआर लिखने का आदेश दे चुके हैं।
रिपोर्ट@राम मिश्रा