कोरोना को हराने के लिए डॉक्टर दिनरात काम कर रहे हैं। इस लड़ाई में कई डॉक्टर भी संक्रमित हो गए हैं। इसके बावजूद डॉक्टर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। डॉक्टरों की मांग है कि उनके परिसरों और अस्पतालों में सीआरपीएफ सुरक्षा लगाई जाए। सीआरपीएफ सुरक्षा के बाद डॉक्टर खुद को सुरक्षित महूसस कर सकते हैं। इसके अलावा कोरोना मरीजों की जांच में लगे डॉक्टरों एवं दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ को सभी जरूरी उपकरण मुहैया कराएं जाएं।
नई दिल्लीः कोरोना की लड़ाई में जुटे डॉक्टरों के साथ हो रही अभद्रता और हमले रोकने के लिए अब डॉक्टरों ने सीआरपीएफ सुरक्षा की मांग की है। एम्स की रेजिडेंट डॉक्टर एसोसिएशन (आरडीए) ने इस बाबत केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। हैदराबाद में जिस तरह डॉक्टरों पर हमला हुआ है, उसके बाद डॉक्टरों में भारी रोष है
एम्स की आरडीए के अध्यक्ष डॉ. आदर्श प्रताप सिंह और महासचिव डॉ. श्रीनिवास राजकुमार ने अमित शाह को लिखे अपने पत्र में कहा है कि कोरोना को हराने के लिए डॉक्टर दिनरात काम कर रहे हैं। इस लड़ाई में कई डॉक्टर भी संक्रमित हो गए हैं। इसके बावजूद डॉक्टर अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। डॉक्टरों की मांग है कि उनके परिसरों और अस्पतालों में सीआरपीएफ सुरक्षा लगाई जाए। सीआरपीएफ सुरक्षा के बाद डॉक्टर खुद को सुरक्षित महूसस कर सकते हैं। इसके अलावा कोरोना मरीजों की जांच में लगे डॉक्टरों एवं दूसरे पैरामेडिकल स्टाफ को सभी जरूरी उपकरण मुहैया कराएं जाएं।
बता दें कि इससे पहले विदेशों में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद वहां से भारतीयों को स्वदेश लाने वाले पायलट और क्रू मेंबर के साथ भी अभद्रता करने जैसी खबरें सामने आई थी। जहां पर ये लोग रहते हैं, वहां इन्हें कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ रही हैं।
एम्स के डॉक्टरों ने भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से यह शिकायत की थी कि उन्हें मकान मालिक परेशान कर रहे हैं। उनसे जबरन मकान खाली करने के लिए कहा जा रहा है। इसी तरह नर्स एवं पेरामेडिकल स्टाफ के साथ बुरा व्यवहार हो रहा है। डॉक्टरों की इस शिकायत पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने तुरंत एक्शन लेते हुए जरूरी आदेश जारी किए थे। अब डॉक्टरों पर होने वाले हमलों को लेकर भी केंद्रीय गृहमंत्रालय कोई सख्त कदम उठा सकता है।