ईरान पर अमेरिका के तल्ख तेवर अभी भी बरकरार हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को एक बार फिर ईरान को चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि वह समझौते का उल्लंघन कर आग से खेल रहा है। गौरतलब है कि ईरान ने सोमवार को कहा कि उसने 2015 के परमाणु समझौते में तय सीमा से ज्यादा मात्रा में यूरेनियम का संवर्धन कर लिया है।
ट्रंप प्रशासन ने पिछले साल ईरान के उपर समझौते की शर्तों को तोड़ने का आरोप लगाकर खुद को अलग कर लिया था और ईरान के महत्वपूर्ण तेल निर्यात तथा वित्तीय लेन-देन और अन्य क्षेत्रों पर सख्त प्रतिबंध फिर से लगा दिए थे।
हालांकि इस समझौते में शामिल अन्य देश अब भी इसे प्रभावी मान रहे हैं। जिसके बाद दोनों देश एक दूसरे के उपर आक्रामक रूख अपनाए हुए हैं।
व्हाइट हाउस में ट्रम्प ने ईरान को आगाह करते हुए कहा कि उन्हें पता है वह क्या कर रहे हैं। उन्हें पता है वह किसके साथ खेल रहे हैं और मुझे लगता है वह आग के साथ खेल रहे हैं।
ब्रिटेन ने भी तेहरान को आगे किसी भी कदम से बचने के लिए कहा है। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने आईएसएनए से बातचीत में कहा था कि ईरान ने मई में घोषित अपनी योजना के आधार पर 300 किलोग्राम की सीमा पार कर ली है। साथ ही उसने यह भी कहा कि वह इस कदम को वापस भी ले सकता है।
ईरान ने समझौते को बचाने के लिए इसके अन्य साझेदारों पर दबाव बढ़ाने की कोशिश के तहत आठ मई को घोषणा की थी कि वह संवर्धित यूरेनियम और भारी जल भंडार पर लगाई गई सीमा को अब नहीं मानेगा।
इसने साथ ही धमकी दी थी कि वह अन्य परमाणु प्रतिबद्धताओं को भी नहीं मानेगा जब तक कि समझौते के शेष साझेदार- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी और रूस इन प्रतिबंधों से उसे छुटकारा नहीं दिलाते, खासकर तेल की बिक्री पर लगे प्रतिबंध से।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) ने सोमवार को पुष्टि की कि ईरान ने वह सीमा लांघ ली है जो समझौते ने उसके कम संवर्धित यूरेनियम के भंडार पर लगाई थी।