प्योंगयांग : नॉर्थ कोरिया और अमेरिका के कोल्ड वॉर अपने चरम पर है, दोनों देशों की जुबानी जंग थमने का नाम नहीं ले रही है। नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री ने बुधवार को कहा है कि हमारे देश के खिलाफ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘युद्ध की बत्ती सुलगा दी है और उसके लिए उन्हें दंड भुगतना होगा। 10 अक्टूबर को कोरियाई प्रायद्वीप पर अमेरिका ने अपने बॉम्बर्स उड़ाए थे, जिसके बाद दोनों देशों के बीच टेंशन एक अलग स्तर पर पंहुच गई है। नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री का बयान रूस के एक न्यूज एजेंसी ने दिखाया।
रूसी मीडिया से बातचीत करते समय नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री रि योंग हु ने कहा कि न्यूक्लियर प्रोग्राम देश की सुरक्षा और शांति की गारंटी देता है, जिस पर किसी भी प्रकार की चर्चा नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘यूएस के झगड़ालु रवैये से लगता है कि ट्रंप ने हमारे साथ युद्ध ही चाहते हैं। रि ने आगे कहा कहा कि अब हमें एक अंतिम स्कोर तय करने की जरूरत है, अब आग की जवाब आग से दिया जाएगा, शब्दों से नहीं।
नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री ने किसी भी समझौते इनकार करते हुए स्पष्ट कहा, ‘अमेरिका के साथ वास्तविक सत्ता का संतुलन (Balance of Power) प्राप्त करने के लिए अब हम अंतिम बिंदु के अंतिम लक्ष्य की ओर पंहुच गए हैं। उन्होंने आगे कहा, हमारी मुख्य प्राथमिकता यह है कि हम किसी वार्ता से सहमत नहीं होंगे, जिसमें हमारे परमाणु हथियार के बारे में समझौते का विषय होगा’। नॉर्थ कोरिया के विदेश मंत्री इससे पहले भी अमेरिका पर हमले बोलते हुए ट्रंप को बेवकूफ कह दिया था।
नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम को बंद कराने के लिए अमेरिका लगातार दबाव डाल रहा है, लेकिन तमाम प्रतिबंधों के बावजूद भी कोई असर पड़ता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। जब से नॉर्थ कोरिया ने अपने छठे हाइड्रोजन बम का परीक्षण किया है तभी से कोरिया प्रायद्वीप में तनाव बढ़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नॉर्थ कोरिया से बाज आने के लिए मिलिट्री एक्शन की बात कह चुके हैं