अमेठी :उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले के मुसाफिरखाना में बने राजीव गांधी खेल स्टेडियम में इन दिनों शराबियों की महफ़िल जमने लगी है अंधेरा होते ही स्टेडियम के अंदर शराबियों का जमावड़ा लग जाता है इसके बाद वे शराब पीकर जमकर उत्पात मचाते है ।
आस पास के लोग बताते है कि स्टेडियम के अंदर शराबियों का शराब पीने के बाद उत्पात मचाने का खेल कई महीनों से चल रहा है,लेकिन कोई देखने सुनने वाला नहीं है ।इसमें सबसे बड़ी बात यह है कि शराब माफिया कई महीनों से इस खेल के मैदान में शराब की महफ़िल सजा रहे हैं ।
अमेठी में देर रात तक मयखाने खुले रहते हैं। आसपास के ढाबों में अघोषित तौर पर शराब परोसी जा रही है ऐसा नहीं है कि पुलिस को इस बारे में जानकारियां नहीं हैं, बावजूद इसके पुलिस और आबकारी विभाग पूरी तरह से मौन क्यों है, इस बारे में दबी जुबानों से होने वाली चर्चाएं सही साबित होती दिखती हैं।
अमेठी में रात के स्याह अंधकार में कौन सा शरीफ शहरी निकलकर अपनी नींद खराब करेगा? यह विचारणीय प्रश्न है जाहिर है कि रात में कोई जरूरतमंद या रात को नौकरी करने वाला सड़को पर रहता होगा जाहिर है मयजदे और जरायमपेशा लोग ही रात के अंधकार में अपनी कारस्तानी को अंजाम देते होंगे।
वहीं इस पूरे मामले में कोतवाल मुसाफिरखाना से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पुलिस लगातार गश्ती करती है,ऐसा कहीं कुछ देखने को नहीं मिला लेकिन अब खेल स्टेडियम तथा दर्शक दीर्घा (रेलिंग के नीचे )के आस पास गश्त करअराजकतत्व तथा संदिग्धों पर पैनी नजर रखी जायेगी ।
बहरहाल,अब देखने वाली बात यह होगी
एसओ मुसाफिरखाना मामले को कितनी गंभीरता से लेते हैं.हालांकि उन्होंने मुसाफिरखाना में शराब पीकर उत्पात मचानेवाले शराबियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चलाए जाने का दावा किया है ।
वही दूसरी ओर सम्वेदनशील जिला पुलिस अधीक्षक के के गहलोत की पदस्थापना को भी अब समय हो चला है वे अब जिले की आबोहवा से दो-चार हो चुके होंगे उनसे जनापेक्षा है कि वे अमेठी की पुलिसिंग को और चुस्त-दुरूस्त करें ताकि जनपदवासी चैन की नींद सो सके।
रिपोर्ट-@राम मिश्रा