घटना पंजाब के फरीदकोट की है। इंस्पेक्टर जनरल मुखविंदर सिंह ने बताया कि जैतो कॉलेज के स्टूडेंट्स एसएचओ के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को थाने के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान वहां उन्हें समझाने पहुंचे डीएसपी बलजिंद्र संधू पर कुछ छात्रों ने पक्षपात के आरोप लगा दिए।
इस पर संधू ने आपत्ति जताते हुए कहा कि वह किसी का पक्ष नहीं ले रहे विवाद को सुलझाने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन छात्रों के आरोप जारी रहे, इससे आहत संधू ने अत्प्रत्याशित कदम उठाते हुए अचानक अपना सर्विस रिवाल्वर निकालकर खुद को गोली मार ली। उन्होंने माथे के बीच में पिस्टल रखकर खुद को गोली मारी, जो सिर को चीरते हुए पीछे खड़े उनके अर्दली को भी लगी।
उन्हें तुरंत मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं अर्दली की हालत अभी खतरे से बाहर है। बठिंडा रेंज के आईजी एमएस चीना ने डीएसपी बलजिंद्र संधू की मौत की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि मामला दो छात्रों व एक छात्रा के साथ थाने में मारपीट किए जाने का था और स्टूडेंट्स एचएचओ के खिलाफ कार्रवाई चाहते थे।