रायपुर : दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जीएन साईबाबा पर माओवादियों के साथ कथित संबंध रखने के आरोपों के बाद अब एक अन्य प्रोफेसर पर गंभीर आरोप लगे हैं। प्रोफेसर नंदिनी सुंदर और 10 अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में पुलिस ने एक आदिवासी की हत्या के मामले में प्रोफेसर नंदिनी और 10 अन्य के खिलाफ मारे गए शख्स की पत्नी की ओर से दी गई शिकायत के बाद केस दर्ज कर लिया है।
सुकमा के एएसपी जितेंद्र शुक्ला ने बताया, ‘हमने नंदिनी सुंदर और अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी, 302, 147, 148, 149 के तहत केस दर्ज कर लिया है।’
सुकमा की कुमाकोलेंग पंचायत में आने वाले नामा गांव के बघेल नाम के शख्स को माओवादियों ने शनिवार को मार डाला था। पुलिस ने बताया कि बघेल ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर मई में प्रो. सुंदर, जेएनयू की प्रोफेसर अर्चना प्रसाद, दिल्ली के जोशी अधिकार संस्थान के विनीत तिवारी, छत्तीसगढ़ सीपीआई (एम) के राज्य सचिव संजय पराते और एक अज्ञात महिला एक्टिविस्ट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी और पुलिस के खिलाफ आदिवासियों को उकसाने का आरोप लगाया था।
गांव के युवाओं ने माओवादी गतिविधियों का विरोध किया था और इसके लिए स्थानीय तौर पर सिक्योरिटी ग्रुप भी बना रखा था। पुलिस के मुताबिक, सुंदर और अन्य ने गांव के लोगों को माओवादियों का विरोध न करने के लिए कहा था।