दुबई वर्ल्ड सेंट्रल में 200 विमानों की क्षमता वाला विश्व का सबसे बड़ा हवाईअड्डा बनने जा रहा है। यह एयरपोर्ट 32 अरब डाॅलर के निवेश से तैयार होगा। प्रस्तावित नया हवाई अड्डा विश्व का सबसे बड़ा हवाई अड्डा होगा। जहां 5 रनवे होंगे। जिन्हें एक साथ परिचालन में लाया जाएगा। ये सभी रनवे ए-380 विमान के उड़ान भरने और उतरने के अनुरुप होंगे। दरअसल, दुबई खुद को विमानन हब के तौर पर स्थापित करना चाहता है।
दुबई एयरपोर्ट के चीफ के मुताबिक एयरपोर्ट विस्तार के पहले चरण की शुरूआत हो चुकी है। दुबई एयरपोर्ट से अमिरात एयर लाइसेंस का बढ़ता संचालन शिफ्ट हो जाएगा। दुबई के शासक शेख मोहम्मद बिन रशीद अल मकतुम ने 32 बिलियन डालर के विस्तार प्रोजेक्ट को स्वीकृति प्रदान कर दी है और निर्माण कार्य पूरा करने की समयावधि 6 से 8 साल निश्चित कर दी है।
दुबई एयरपोर्ट्स के कापरेरेट संचार प्रमुख ने बताया, पहले चरण में, नया हवाईअड्डा 12 करोड़ यात्रियों को संभालने में सक्षम होगा और 2020 तक इसकी क्षमता 20 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी। उन्होंने बताया, पूरा होने पर नया हवाईअड्डा विश्व का सबसे बड़ा हवाईअड्डा होगा। इसमें 200 बड़े विमानों को खड़ा करने की जगह होगी और हवाईअड्डा शहर के मेट्रो नेटवर्क से जुड़ा होगा।
गौरतलब है कि दुबई वर्ल्ड सेंटर को दुनिया के सबसे बडे़ एयरपोर्ट में तब्दील करने का निर्णय काफी समय पहले लिए गया था। मगर 2009 में वैश्विक आर्थिक संकट ने दुबई को भी अपनी चपेट में ले लिया था। इसके चलते इस महत्वाकांक्षी योजना के काम में बिलंब हो गया। विश्व का सबसे बड़ा हवाईअड्डा मौजूदा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से 30 किलोमीटर दूर होगा।