लॉक डाउन और कन्टेनमेंट के चलते व्यपार पर बुरा असर पड़ रहा हैं। मध्यपरदेश के खंडवा में तो एक व्यापारी ने बीती रात इसी बात से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है की मृतक व्यापारी लगातार लॉक डाउन और उसके बाद कन्टेनमेंट की पाबंदियों के चलते चोपट हुए कारोबार से परेशान था। दरअसल लॉक डाउन की वजह से पहले ही व्यपार की हालात ख़राब थी उसके बाद व्यपारी की घर और दुकान कन्टेनमेंट एरिया होने की बजह से व्यपारी की आर्थिक हालत और ज्यादा ख़राब हो गई जिसके चलते उसने आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लिया।
खंडवा : लॉक डाउन और कन्टेनमेंट के चलते व्यपार पर बुरा असर पड़ रहा हैं। मध्यपरदेश के खंडवा में तो एक व्यापारी ने बीती रात इसी बात से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है की मृतक व्यापारी लगातार लॉक डाउन और उसके बाद कन्टेनमेंट की पाबंदियों के चलते चोपट हुए कारोबार से परेशान था। दरअसल लॉक डाउन की वजह से पहले ही व्यपार की हालात ख़राब थी उसके बाद व्यपारी की घर और दुकान कन्टेनमेंट एरिया होने की बजह से व्यपारी की आर्थिक हालत और ज्यादा ख़राब हो गई जिसके चलते उसने आत्महत्या जैसा घातक कदम उठा लिया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में ले लिया है। वहीं स्थानीय लोग अब कन्टेनमेंट छोटा किये जाने की मांग के साथ ही परिजनों को आर्थिक सहायता दिए जाने के मांग कर रहे हैं।
खंडवा के टेगौर कॉलोनी निवासी 42 वर्षीया बालचंद झामवानी ने बीती रात आत्महत्या कर कर ली। परिजनों की माने तो मृतक बालचंद लगातार लॉक डाउन चलते चोपट हुए कारोबार से परेशान तो था ही उसकी कॉलोनी में कोरोना मरीज निकले की वजह कन्टेनमेंट एरिया बना दिया गया है जिससे बालचंद अपने घर परिवार के सामने आये रोटी रोजी के संकट को लेकर परेशान था। मृतक के भाई सुभाष झामवानी बताते है की मृतक दिन रात कन्टेनमेंट एरिया हटने के बाद कारोबार शुरू होने की बाते करता रहता था। आत्महत्या के पहले भी उसने अपने भाई से कन्टेनमेंट हटाए जाने के बारे में पूछा था की एरिये का कन्टेनमेंट कब ख़त्म होगा। मृतक की दो बेटिया है अब ऐसे में परिवार के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है। परिजनों ने सरकार से आर्थिक सहयता की गुजारिश की है।
वहीं क्षेत्रीय पार्षद ने भी कहा की जिला प्रशासन ना जाने कब इस कन्टेनमेंट को खोलेगा जबकि यहाँ मिले मरीज ठीक होकर अपने घर आने के बाद का कोरन्टाइन पीरिएड भी पूरा कर चुके हैं। स्तानीय पार्षद सागर आरतानी ने कहा की नए नियमों के हिसाब से अब कन्टेनमेंट एरिया छोटे बनाए जा रहे है लेकिन यहाँ पूरी कॉलोनी को ही कन्टेनमेंट कर दिया गया हैं जिसके चलते रहवासियों को समस्याओ का सामना करना पड़ रहा हैं। पार्षद ने कहा की जिला प्रशासन को मृतक के घर हालात का जायजा लेकर आर्थिक साहयता करनी चाहिए।
सिंधी पूज्य पंचायत के उपाध्यक्ष नानकराम चंदवानी ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि। टैगोर कॉलोनी का कन्टेनमेंट लगभग दो महीने से हैं। यहां 1 जून से इस क्षेत्र को पूरी तरह से बंद कर दिया हैं। अब यहाँ से कोई बहार नहीं जा सकता। जबकि अब यहाँ पर कोई भी पॉजिटव मरीज नहीं हैं। जो पॉजिटिव मिले थे उनका भी कोरन्टाइन पूरा हो चूका हैं। उनकी बाद भी यहाँ का कन्टेनमेंट नहीं हटाया जा रहा हैं। जिला कलेक्टर ने अस्वाशन भी दिया था की टैगोर कॉलोनी को खोला जाएगा। हम लोगों ने रेण्डम सेम्पलिंग भी दी है जिसमें सभी नेगेटिव आए हैं। उपाध्यक्ष नानकराम चंदवानी नेमांग कि की हमें आर्थिक क्षति हो रही हैं गरीब परिवारों की मानसिक स्थति भी ख़राब हो रही हैं। जिसके चलते आज एक व्यक्ति ने आत्महत्या तक कर ली। टैगोर कॉलोनी को जल्द कन्टेनमेंट से मुक्त किया जाना चाहिए।
इधर पुलिस ने आत्महत्या का मामला दर्ज कर जाँच शुरू कर दी हैं। खंडवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने कहा की टेगौर कॉलोनी में एक व्यक्ति ने सुसाइड किया हैं। जिसमें मर्ग कायम कर जाँच की जा रही हैं जाँच के बाद उचित कार्यवाही की जाएगी।