डिंडौरी : एक बार फिर जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पर सवालिया निसान लगे है। देश सहित प्रदेश में चल रही सीत लहर और कडकडाती ठण्ड है। वही जिला अस्पताल डिंडौरी में देर रात प्रसव पीड़ा के दौरान महिला पहुची। बैगा परिवार ने जिला अस्पताल पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया की उन्हें देर रात में डाट कर भगा दिया गया।
वही बैगा परिवार देर रात अपनी बहु को पैदल ही धीरे धीरे अपने गाव ले जाने के लिए निकले। लेकिन गाव जाने के लिए देर रात साधन न मिलने से और बढती ठण्ड मिटाने के लिए रुक रुक कर शहर में ही रुक कर अलाव जलाया और सुबह होने का इन्तेजार किया।
सुबह होते ही डिंडौरी शहर के उद्योग केंद्र के पीछे पहाड़ी इलाके में बैगा महिला समर्वती बाई को प्रसव पीड़ा हुई,ये देख आसपास की रहने वाली महिलाओ ने मानवीयता दिखाते हुए उस महिला का सहयोग किया और कडकडाती ठण्ड में खुले आसमान के नीचे उसने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया।
दरअसल पूरा मामला डिंडौरी विकास खंड के चोबीसा ग्राम पंचायत के चूल्हा पानी गाव के रहने वाले बैगा परिवार का है। बताया जा रहा है की कल रात 9.30 बजे समरवती बाई को अचानक पेट दर्द हुआ जिसे पास के स्वस्थ्य केंद्र किसलपुरी ले जाया गया । वहा पहुचने पर उस महिला को जिला अस्पताल भेजा गया जननी एक्सप्रेस से महिला को जिला अस्पताल में देर रात ३ बजे भर्ती किया गया।
बैगा परिवार का आरोप है की इलाज के दौरान समरवती बाई से बुरा बर्ताव वहा की नर्सो के द्वारा किया गया और उसे ये कह कर भगा दिया गया महिला के पेट में बच्चे ने गन्दा कर दिया है और मृत हो गया है।
वही समरवती को लेकर उसके परिजन देर रात ही जिला अस्पताल से चले गए ,जैसे तैसे भरी ठण्ड में दर्द से कराहती समरवती को उसके सास ,ससुर और माँ गाव की और ले जाने लगे तभी डिंडौरी से लगे पहाड़ी इलाके में सुबह करीबन 7 बजे समरवती बाई को पुनः पेट में प्रसव दर्द हुआ ।
प्रसव दर्द की आवाज सुन आसपास की रहने वाली महिलाओ ने अपने घरो से साड़ी और गर्म कपडे लेकर पहुची। साड़ी की दिवार बनाई और ठण्ड से बचने के लिए पैरो की आग जलाई उसके बाद खुले आसमान में समरवती बाई बैगा ने स्वस्थ्य बच्चे को जन्म दिया।
वही ग्राम के लोगो ने जननी एक्सप्रेस को फ़ोन में सूचना दी ,सूचना के बाद मौके पर जननी एक्सप्रेस वाहन पंहुचा और प्रसव हुए महिला और बच्चे को जिला अस्पताल दोबारा भर्ती किया गया।
रिपोर्ट @दीपक नामदेव