नई दिल्ली : कर्नाटक में तैनात एक महिला पुलिस अफसर ने शराब माफिया के दबाव में नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। बल्लारी जिले में कुडलिगी सब डिविजन की डिप्टी एसपी अनुपमा शेनॉय ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के राज में ‘रम राज्य’ का बोलबाला होने का आरोप लगाया है।
अनुपमा ने शराब माफिया पर नकेल कसने के लिए तमाम कोशिशें की थी. इन्होंने शराब के गैरकानूनी बिजनेस पर रोक लगाने के लिए प्रेस रिलीज जारी कर लोगों से मदद तक मांगी। आखिरकार, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाने के लिए मशहूर इस पुलिस अफसर का कुछ महीने में ही महज इसलिए तबादला कर दिया गया था कि इन्होंने एक मंत्री जी का कॉल रिसीव नहीं किया था। अनुपमा ने राज्य में शराब माफिया के रैकेट का पर्दाफाश करने और अपना दर्द बयां करने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. इन्होंने फेसबुक पर लिखा है, ‘शराब लॉबी को सलाम कहिए, कुडलिगी की जनता शराब लॉबी को सलाम करे ।
बताया जा रहा है कि शहर में अंबेडकर भवन के रास्ते पर एक शराब की दुकान के विस्तार से जुड़े मामले में शराब माफिया का उन पर दबाव था, जिससे वो काफी निराश हो गईं. उन्होंने कहा कि वो शराब माफिया के आगे कभी घुटने नहीं टेकेंगी, भले ही उन्हें नौकरी ही क्यों न छोड़नी पड़े।
अनुपमा के इस्तीफे के बाद सोशल मीडिया पर लोग उनसे इस्तीफा वापस लेने की अपील कर रहे हैं. एक यूजर ने फेसबुक पर साफ-साफ लिखा है कि यह सब जिला प्रभारी और श्रम मंत्री पी टी परमेश्वर नायक की करतूत है. इस पोस्ट के जवाब में अनुपमा ने लिखा है ‘I like it’.