नई दिल्ली : दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के बड़े हिस्से में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के मीरपुर से 15 किलोमीटर दूर स्थित जाटलान इस भूकंप का केंद्र था। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.3 मापी गई है। भारत में पाकिस्तान से सटे जम्मू-कश्मीर में भूकंप की सबसे ज्यादा तीव्रता थी। भारतीय समयानुसार शाम 4:31 बजे भूकंप के झटके महसूस हुए। पाकिस्तान के मीरपुर में बड़े नुकसान की खबरें मिल रही हैं। कई मकान गिरे हैं और कई जगहों पर सड़कें टूटी हैं। फिलहाल एक बच्ची की मौत और करीब 50 लोगों के घायल होने की खबर है। कश्मीर जोन की पुलिस ने पुष्टि की है कि घाटी में किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।
मीरपुर के जाटलान में नहर के किनारे से गुजरने वाली एक सड़क पूरी तरह से धंस गई और रोड पर खड़ी कई गाड़ियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। यही नहीं बड़ी संख्या में मकान भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। झेलम नदी पर बने मंगला डैम से यह नहर निकलती है, जिसके आसपास यह नुकसान हुआ है। नहर पर बना एक पुल भी टूटा है और आसपास के गांवों में अब नहर का पानी भरने का भी खतरा है। पाकिस्तान के जियो न्यूज चैनल के मुताबिक नहर के किनारे करीब 20 गांव बसे हैं, जहां हजारों लोग भूकंप के चलते मुश्किल में फंस सकते हैं। 8 अक्टूबर, 2005 में भी पीओके में भूकंप ने भारी तबाही मचाई थी।
जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पुंछ, जम्मू, उधमपुर और रामबन के कुछ हिस्सों में भूकंप काफी तीव्रता से महसूस किया गया। जम्मू-कश्मीर के अलावा दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इसके अलावा चंडीगढ़, अंबाला, पानीपत, अमृतसर, लुधियाना समेत पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के तमाम शहरों में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
दिल्ली समेत गुरुग्राम, नोएडा और गाजियाबाद में भूकंप के झटकों के चलते लोग दफ्तरों और घरों से बाहर निकल आए। काफी देर तक लोग भूकंप के डर के चलते खाली स्थानों और पार्कों में खड़े रहे। पाकिस्तान के लाहौर और इस्लामाबाद में भूकंप की तीव्रता भारतीय शहरों के मुकाबले ज्यादा थी। बता दें कि 20 सितंबर को महाराष्ट्र के पालघर जिले में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। हालांकि इस घटना में किसी के भी हताहत होने की जानकारी नहीं मिली थी।