
अधिकारियों के मुताबिक, भूकंप कम तीव्रता का था, अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के बड़े नुकसान की सूचना नहीं है। इससे पहले उत्तराखंड के टिहरी में 6 नवंबर को रिक्टर पैमाने पर 4.5 तीव्रता का एक और भूकंप आया था। बता दें, पहाड़ों पर भूकंप का खतरा अधिक रहता है और भारी नुकसान की आशंका रहती है।
बता दें, हाल के दिनों में भारत और आसपास के देशों में भूकंप के कई झटके महसूस हुए हैं। इंडोनेशन में भीषण जलजला आया था और सैकड़ों लोगों को जान गंवाना पड़ी थी। इसी तरह पिछले महीने भारत में कई बार भूकंप आया। मुख्य रूप से दिल्ली-एनसीआर और इससे सटे राज्यों में झटके महसूस किए गए। इसी तरह नेपाल और पाकिस्तान में भी झटके महसूस किए गए।
अमेरिका में 5.4 तीव्रता का भूकंप
इससे पहले रविवार को अमेरिका में 5.4 तीव्रता का भूकंप आया। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम टेक्सास के एक तेल उत्पादक क्षेत्र में 5.4 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे कई इमारतें हिल गईं लेकिन कोई स्पष्ट नुकसान नहीं हुआ। यूएस जियोलॉजिकल सर्वे ने कहा कि भूकंप मिडलैंड के उत्तर-पश्चिम में 22 किलोमीटर (12 मील) की दूरी पर स्थानीय समयानुसार (2335 GMT) शाम 5:35 बजे आया।