हिमाचल : हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक, रविवार को दोपहर बिलासपुर निकट रिक्टर पैमाने पर 3.2 तीव्रता वाले भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि भूकंप का केंद्र हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से 30 किलोमीटर दक्षिण में था. भारतीय समयानुसार, यह भूकंप दोपहर 3:49 बजे आया और इसके बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए.
बहरहाल, भूकंप आने के बाद लोग डर कर ठंड में अपने घरों से बाहर निकल आए और सुरक्षित स्थान पर आकर खड़े हो गए. जबकि काफी देर तक लोग अपने घर में नहीं गए. हालांकि अभी तक भूकंप के झटकों से जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है.
चंबा में आते हैं सबसे अधिक भूकंप
हिमाचल में सबसे अधिक भूकंप चंबा जिले में आते हैं. इसके बाद किन्नौर, शिमला, बिलासपुर और मंडी संवेदनशील जोन में हैं. शिमला जिले को लेकर भी चेतावनी दी गई थी कि यह शहर भूकंप जैसी आपदा के लिए तैयार नहीं है. इसके अलावा किन्नौर में 1975 में बड़ा भूकंप आ चुका है. वहीं, कांगड़ा में 1905 में भूकंप आया था, जिसमें 20 हजार लोगों की जान गई थी.
हिमालयी रीजन को लेकर चेतावनी
इसके अलावा वैज्ञानिकों ने हिमालय पर्वत शृंखला में सिलसिलेवार भूकंप को लेकर चेतावनी जारी की है. कहा है कि यहां बड़ा भूकंप आ सकता है. इसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर आठ या उससे भी अधिक हो सकती है. वैज्ञानिकों का दावा है कि हिमालय के आसपास घनी आबादी वाले देशों में इससे भारी तबाही मच सकती है. राजधानी दिल्ली भी इसकी जद में होगी. हालांकि ये भूकंप कब आएंगे इसका अनुमान फिलहाल नहीं लगाया गया है. वैज्ञानिकों के मुताबिक पूर्वी भारत के अरुणाचल प्रदेश से लेकर पश्चिम में पाकिस्तान तक फैली हिमालय पर्वत माला सिलसिलेवार भूकंपों का गढ़ बन सकती है. यूनिवर्सिटी ऑफ नेवादा का शोध सीसमोलॉजिकल रिसर्च लेटर्स जर्नल के अगस्त के अंक में प्रकाशित हुआ था.