नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने शनिवार को सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिख एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को हिदायत देते हुए कहा है कि सेना के जवानों की फोटो का इस्तेमाल चुनाव प्रचार के लिए ना किया जाए। आयोग ने शनिवार को 2013 में जारी परामर्श का हवाला देते हुए सभी राजनीतिक दलों के प्रमुखों से अपने पार्टी प्रतिनिधियों और उम्मीदवारों से इसका सख़्ती से पालन सुनिश्चित करने को कहा है।
आयोग की ओर जारी बयान में कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय की ओर से यह संज्ञान में लाया गया था कि कुछ राजनीतिक दल सुरक्षाबल के जवानों की फोटो का इस्तेमाल चुनाव प्रचार और राजनीतिक प्रोपेगेंडा के लिए कर रहे हैं। चुनाव आयोग की ओर से अपलोड किए गए मैनुअल में कहा गया है कि, चुनाव आयोग, सभी राजनीतिक दलों से कहता है कि वे अपने उम्मीदवारों / नेताओं को सलाह दें कि वे अपने चुनाव प्रचार / अभियान के तहत रक्षा कर्मियों या आयोजनों की तस्वीरों को विज्ञापनों में शामिल करने से बचें।
चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को लिखे पत्र में कहा है कि, सुरक्षाबल देश की सीमाओं, क्षेत्र और पूरे राजनीतिक तंत्र के प्रहरी हैं। लोकतंत्र में उनकी भूमिका निष्पक्ष और गैर राजनीतिक है। इसी वजह से जरूरी है कि चुनाव प्रचार में सुरक्षाबलों का जिक्र करते हुए राजनीतिक दल और राजनेता सावधानी बरतें।
एडवाइडी ने आयोग ने लिखा कि, सेनाध्यक्ष या किसी अन्य रक्षा कर्मियों की तस्वीरें और रक्षा बलों के कार्यों की तस्वीरें किसी भी तरह से विज्ञापन / प्रचार / अभियान में या चुनाव के संबंध में किसी अन्य तरीके से इस्तेमाल नहीं की जानी चाहिए। आयोग ने राजनीतिक दलों के प्रमुखों से अपने नेताओं एवं उम्मीदवारों को सैनिकों और सैन्य अभियानों की तस्वीर का इस्तेमाल करने से बचने का निर्देश दिए हैं।