नई दिल्लीः कर्नाटक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री डीके शिवकुमार को आय से अधिक संपत्ति मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पेश होने के लिए बुलाया है। इसके लिए ईडी ने उन्हें समन भेजकर दिल्ली में एक बजे पेश होने के लिए कहा है। गुरुवार को कर्नाटक उच्च न्यायालय ने उनकी एक याचिका को खारिज कर दिया था। याचिका में शिवकुमार ने ईडी के समन को खारिज करने की मांग की थी। अब चूंकि याचिका खारिज हो गई है इसलिए उन्हें ईडी के सामने पेश होना पड़ेगा।
ईडी के समन पर कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैंने अदालत से अनुरोध किया था कि यह एक साधारण सा आयकर का मामला है। मैं पहले ही आयकर रिटर्न दाखिल कर चुका हूं। इसमें प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग (पीएमएलए) का कोई मामला नहीं है। कल रात उन्होंने मुझे एक बजे दिल्ली आने के लिए समन भेजा। मैं कानून की इज्जत करता हूं।’
उन्होंने आगे कहा, ‘पिछले दो सालों से मेरी 84 साल मां की पूरी संपत्ति को विभिन्न जांच अधिकारियों ने बेनामी संपत्ति के रूप में संलग्न किया गया है और मैं उसमें बेनामी हूं। हमारा सारा खून पहले ही चूसा जा चुका है।’ इसी बीच बंगलूरू में शिवकुमार के आवास के बाहर समर्थकों का जुटना शुरू हो गया है।
DK Shivakumar, Congress: From the past two years, entire property of my 84-year-old mother has been attached by various investigation authorities as benami property & I am the benami there. Our entire blood has already been sucked. https://t.co/4Ad4atOpzA
— ANI (@ANI) August 30, 2019
शिवकुमार ने कहा, ‘मैंने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है। भाजपा नेताओं ने ऑन रिकॉर्ड कहा है कि वह मुझे परेशान करने वाले हैं। उन्हें मुझे तकलीफ देने का आनंद लेने दें। मैं इसमें हिस्सा लूंगा और सहयोग करुंगा। मैं आज दोपहर तक व्यस्त हूं इसके बाद मैं दिल्ली के लिए रवाना हो जाऊंगा।’
पिछले साल ईडी ने शिवकुमार और अन्य के खिलाफ मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था। दर्ज किया है। अधिकारियों ने बताया था कि यह मामला कथित कर चोरी और हवाला लेनदेन मामले के आधार पर दर्ज किया गया है। वहीं साल 2017 में उनके 64 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। उनके खिलाफ जांच एजेंसी ने आय से अधिक संपत्ति का भी मामला दर्ज किया है। वहीं कांग्रेस नेता इस कार्रवाई को बदले की भावना से की गई कार्रवाई बताती रहे हैं।