मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने लौटे प्रवासियों को रोजगार देने के बारे में कहा कि योग्यता के हिसाब से उनका रजिस्ट्रेशन होना चाहिए और रजिस्ट्रेशन कराया भी गया। इसके बावजूद यह देखा जा रहा है कि जो लोग बड़ी डिग्री लेकर प्रदेश में लौटे हैं आज वो मनरेगा में काम करते हुए गड्ढा खोद रहे हैं। मायावती ने आलोचना करते हुए कहा- सरकार को यह सोचना चाहिए कि जब लोग बड़ी-बड़ी डिग्री लेकर गड्ढा खोदेंगे तो इसका शिक्षा पर कितना बुरा प्रभाव पड़ेगा।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राज्य में लौटे लाखों प्रवासियों को रोजगार देने की योजनाएं बना रही हैं और उनको अमल में लाने का दावा कर रही है। इस बीच प्रवासियों को लेकर विपक्षी सरकार पर लगातार हमला कर रहे हैं। बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रवासियों को रोजगार देने की योगी सरकार की नीतियों की सराहना करते हुए निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि बड़ी डिग्रियों वाले अगर मनरेगा के तहत काम पाएंगे तो इससे शिक्षा पाने वाले लोगों पर बहुत बुरा असर होगा।
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार ने लौटे प्रवासियों को रोजगार देने के बारे में कहा कि योग्यता के हिसाब से उनका रजिस्ट्रेशन होना चाहिए और रजिस्ट्रेशन कराया भी गया। इसके बावजूद यह देखा जा रहा है कि जो लोग बड़ी डिग्री लेकर प्रदेश में लौटे हैं आज वो मनरेगा में काम करते हुए गड्ढा खोद रहे हैं। मायावती ने आलोचना करते हुए कहा- सरकार को यह सोचना चाहिए कि जब लोग बड़ी-बड़ी डिग्री लेकर गड्ढा खोदेंगे तो इसका शिक्षा पर कितना बुरा प्रभाव पड़ेगा।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार ने कहा है कि प्रधानमत्री गरीब कल्याण पैकेज और आत्मनिर्भर भारत अभियान पैकेज के अलावे किसी नई योजना पर पैसा खर्च नहीं किया जाएगा। केंद्र सरकार का यह कदम स्वागतयोग्य है लेकिन इसका लाभ गरीबों, मजदूरों और बेरोजगारों को मिलना चाहिए जो कि नहीं हो पा रहा है।
कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में हुए लॉकडाउन में मजदूरों को तो काम मिलना बंद हो ही गया साथ ही कई पढ़े-लिखे भी कंपनी में छंटनी के शिकार हुए। उत्तर प्रदेश लौटे ऐसे पढ़े-लिखे प्रवासियों के लिए अपने गांव-शहर में और कोई रोजगार है नहीं तो ऐसी खबरें आती रही हैं कि उच्च शिक्षित भी मरनेगा के तहत काम करने के लिए आवेदन दे रहे हैं। बुलंदशहर के ग्राम प्रधान वीरेंद्र कुमार के मुताबिक, लॉकडाउन में गांव आए कई शिक्षित लोग नोएडा में सर्विस करते थे, उनको मनरेगा के तहत काम दिया जा रहा है। यूपी के अधिकांश जिलों में लौटे शिक्षित बेरोजगारों को मनरेगा में ही फिलहाल आशा की किरण नजर आ रही है। जिलों के मनरेगा से संबंधित अफसर भी इस बात की पुष्टि करते हैं। उनका कहना है कि मनरेगा में शिक्षित भी आवेदन दे सकते हैं, उनको काम दिया जाएगा।