नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव की तारीखों के साथ निर्वाचन आयोग ने एक और घोषणा की ही। रविवार को आयोग ने कहा कि ईवीएम और पोस्टल बैलट पेपरों पर सभी उम्मीदवारों के चुनाव चिन्ह के साथ उनकी तस्वीरें भी लगाई जाएंगी। इससे लोग अपनी किस्मत आजमा रहे उम्मीदवारों की पहचान आसानी से कर सकेंगे। बता दें कि आयोग ने ये फैसला इसलिए लिया है क्योंकि कई बार वोटों को काटने के इरादे से किसी प्रत्याशी के खिलाफ उसी नाम के कई और उम्मीदवार मैदान में उतार दिए जाते हैं जिससे मतदाता दुविधा में पड़ कर किसी की जगगह पर किसी और को वोट देते हैं। इस फैसले के लिए उम्मीदवारों को आयोग की ओर से निर्धारित शर्तों पर अमल करते हुए निर्वाचन अधिकारी के पास अपनी हालिया स्टैंप साइज तस्वीर देनी होगी।
साथ ही चुनाव आयोग ने यह भी कहा था कि पहली बार 2009 के चुनावों के समय फोटो युक्त मतदाता सूची का इस्तेमाल किया गया था। तब जम्मू कश्मीर, नागालैंड और असम में फोटो युक्त मतदाता सूची नहीं थी जबकि नागालैंड और असम में मतदाता फोटो पहचान पत्र (एपिक) नहीं बांटे गए थे। लेकिन अब सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में फोटो युक्त मतदाता सूची है और 99.72 प्रतिशत मतदाताओं की तस्वीरें मतदाता सूची में पहले से चस्पा हैं।
इसके साथ ही कुल 99.36 फीसदी मतदाताओं को एपिक दिए गए हैं। आयोग के अनुसार मतदान की तारीखों से कम से कम 5 दिन पहले आधिकारिक वोटर पर्ची बांटी जाएगी जिसपर मतदाता की तस्वीर होगी। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव के साथ ही आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में भी विधानसभा चुनाव कराने का फैसला किया है। इस बार लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होंगे। 11 अप्रैल, 18 अप्रैल, 23 अप्रैल, 29 अप्रैल, 6 मई, 12 मई और 19 मई को वोटिंग होगी। 23 मई को नतीजे आएंगे। हालांकि, चुनाव आय़ोग ने जम्मू कश्मीर के लिए चुनावों की तारीख ऐलान सुरक्षा कारणों के चलते नहीं किया है।