अपने बल्लेबाजों के शर्मनाक प्रदर्शन के कारण भारत को त्रिकोणीय एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में आज लगातार दूसरी पराजय का सामना करना पड़ा जब इंग्लैंड ने उसे नौ विकेट से हराकर न सिर्फ एक बोनस अंक हासिल किया बल्कि फाइनल में प्रवेश की उसकी राह भी मुश्किल कर दी। स्टीवन फिन तथा जेम्स एंडरसन की कहर बरपाती गेंदबाजी के सामने भारतीय टीम 39 ़ 3 ओवर में सिर्फ 153 रन पर आउट हो गई।
गाबा की उछालभरी पिच पर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत के शीर्ष पांच बल्लेबाज 19वें ओवर में पवेलियन लौट चुके थे, जब स्कोर बोर्ड पर सिर्फ 67 रन टंगे थे। फिन ने 33 रन देकर पांच और एंडरसन ने 18 रन देकर चार विकेट लिये। स्टुअर्ट बिन्नी के अलावा कोई उपयोगी पारी नहीं खेल सका। बिन्नी ने 55 गेंद में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 44 रन बनाये।
कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (34) और बिन्नी ने छठे विकेट के लिये 70 रन जोड़कर वापसी की कोशिश की लेकिन उनके आउट होने के बाद पुछल्ले बल्लेबाज कुछ नहीं कर सके। अजिंक्य रहाणे ने 33 रन का योगदान दिया। इंग्लैंड ने 22 ओवर बाकी रहते जीत हासिल करके पांच अंक हासिल किये जिसमें एक बोनस अंक शामिल है। सलामी बल्लेबाज इयान बेल ने 91 गेंद में आठ चौकों की मदद से नाबाद 88 रन बनाये जबकि जेम्स टेलर 63 गेंद में 56 रन बनाकर अविजित रहे। उन्होंने अपनी पारी में चार चौके लगाये।
दोनों ने दूसरे विकेट की अटूट साझेदारी में 131 रन जोड़े। भारतीय गेंदबाज उनके सामने कोई परेशानी खड़ी नहीं कर सके। भारतीय पारी के दौरान मुश्किल लग रही गाबा की पिच पर बल्लेबाजी उनके लिये बेहद आसान लग रही थी। टेलर ने चौका लगाकर इंग्लैंड को 27.3 ओवर में एक विकेट पर 156 रन तक पहुंचाया। इंग्लैंड ने एकमात्र विकेट मोईन अली (8) के रूप में गंवाया, जो बिन्नी का शिकार हुए। भारतीय पारी के जल्दी सिमटने के कारण ब्रेक से पहले खेले गए पहले सत्र में इंग्लैंड का यह विकेट गिरा।
ऑस्ट्रेलिया अब दो मैचों में नौ अंक लेकर शीर्ष पर है, जबकि इंग्लैंड के दो मैचों में पांच अंक है। भारत को अगर फाइनल के लिये क्वालीफाई करना है तो उसे बाकी दोनों मैच जीतने होंगे। इंग्लैंड के गेंदबाजों ने बेहतरीन लाइन और लैंग्थ के साथ गेंदबाजी करते हुए बाउंसर्स का भी अच्छा उपयोग किया।
भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया था। पहले मैच में आस्ट्रेलिया से हारी टीम में दो बदलाव करते हुए आर अश्विन की जगह स्टुअर्ट बिन्नी को उतारा गया। वहीं फिटनेस समस्या के कारण रोहित शर्मा नहीं खेल सके जिनकी जगह अंबाती रायुडू ने ली। इंग्लैंड टीम में एक बदलाव करते हुए क्रिस जोर्डन की जगह जेम्स एंडरसन को शामिल किया गया।
रहाणे ने शिखर धवन (1) के साथ पारी का आगाज किया जो एक बार फिर नाकाम रहे। इस बार हालांकि वह खराब शाट खेलकर आउट नहीं हुए बल्कि एंडरसन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमाया। पहले 10 ओवर में सिर्फ 36 रन बने। इसके बाद भारतीय बल्लेबाज अपने विकेट गंवाते चले गए। रहाणे 15वें ओवर में फिन की गेंद पर मिडआन में आसान कैच देकर आउट हुए।
विराट कोहली (4) दो ओवर बाद फिन का शिकार हुए और उन्होंने भी विकेट के पीछे कैच थमाया। अगले ओवर में सुरेश रैना (1) मोईन अली को आगे बढकर खेलने के प्रयास में स्टम्प आउट हो गए। रायुडू 19वें ओवर में फिन की गेंद पर विकेट के पीछे कैच थमा बैठे। भारत के पांच विकेट 67 रन पर गिर गए थे।
इसके बाद बिन्नी और धौनी ने पारी की एकमात्र अच्छी साझेदारी की। दोनों ने 17.1 ओवर में छठे विकेट के लिये 70 रन जोड़े और 29वें ओवर में स्कोर को 100 के पार ले गए। धौनी को 36वें ओवर में एंडरसन ने जीवनदान दिया, लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा सके और फिन के अगले ओवर में हुक शाट खेलने के प्रयास में विकेट के पीछे कैच दे बैठे।
फिन ने अक्षर पटेल (0) को पहली ही गेंद पर आउट करके वनडे क्रिकेट में पहली बार पांच विकेट लिये लेकिन भुवनेश्वर कुमार (5) ने उन्हें हैट्रिक नहीं बनाने दी। एंडरसन ने बिन्नी, कुमार और मोहम्मद शमी (1) को 13 गेंद के भीतर आउट करके भारतीय पारी का अंत कर दिया।