सबका साथ सबका विकास, ये नारा मोदी सरकार का है, लेकिन पंजाब के मंत्री इससे प्रभावित हैं, मंत्री जी के रसोइये ने 32 धन्नासेठों को ठेंगा दिखाते हुए 26 करोड़ की रेत खदान खरीद डाली है, देखिए
मंत्री के घर में पराठा सर्व करने वाला कुक आज 26 करोड़ रुपए की रेत खदान का मालिक बना है। राज्य की सबसे महंगी रेत और बजरी की खदान का मालिक मंत्री के ऑफिस के कर्मचारियों को परांठे खिलाने का काम करता है।
मंत्री जी का नाम है, राणा गुरजीत सिंह. पंजाब में पावर और सिंचाई के मंत्री हैं। यह शख्स पंजाब के बिजली और सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह की शूगरज लिमिटेड के दफ्तर में मुलाजिमों को परांठे खिलाने वाला रसोईया अमित बहादुर है।
दरअसल, शुक्रवार को खदान की ई-नीलामी हुई, जिसमें बहादुर ने शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) के सैदपुर खुर्द की खदान की 26.51 करोड़ रुपए में बोली लगा दी। इस बोली दौरान उसने 32 लोगों को पछाड़ा।
बहादुर पंजाब के बिजली और सिंचाई मंत्री राणा गुरजीत सिंह की राणा शुगर मिल्लज में रसोइए के तौर पर काम करता है। यही नहीं, कम से कम तीन अन्य मुलाजिमों ने 19 और 20 मई को रेत और बजरी की 89 खदानों की हुई ई-नीलामी में सफलता हासिल की।
अमित बहादुर की वफादारी कारण उसे निजी सहायक बनाया गया था और हाल ही में कंपनी के मानवीय स्रोत विभाग में तबदील किया गया। इस तरह एक साधारण व्यक्ति द्वारा 26 करोड़ रुपए की बोली लगाने के बाद सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बन गया है। जब अमित बहादुर बात की तो उसने पुष्टि की कि वह राणा शूगरज लिमिटेड का मुलाजिम है और वह खदानों की बोली लगाने में सफल रहा।
उसने कहा कि वह मुरादाबाद से ताल्लुक रखता है। उसके पिता नेपाल से आकर लम्बा समय पहले उत्तर प्रदेश में बस गए थे। जब अमित को पूछा गया कि वह 26 करोड़ रुपए की व्यवस्था कैसे करेगा, तो बोला, कोशिश करने से सब मिल जाएगा।
वहीं, इस बोली के बाद कैप्टन अमरेंद्र सरकार की कैबिनेट के मंत्री राणा गुरजीत सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राणा पर पहले पद का दुरुपयोग करके लाभ प्राप्त करने के आरोप लगे थे और अब पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के वकील एच.सी अरोड़ा ने ED को एक पत्र लिख कर अखबार की कटिंग के साथ ई -मेल किया है कि राणा गुरजीत के रसोइया और राणा गुरजीत की शुगर मिल के चार छोटे मुलाजिमों ने लगभग 50 करोड़ रुपए की रेत की खदान खरीदी हैं। हालांकि मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने सफाई दी है कि सूबे में माइनिंग कारोबार से उनकेकिसी मुलाजिम का कोई लेना-देना नहीं है।
@एजेंसी