नई दिल्ली- सोमवार को लोकसभा में स्वर्ण आभूषणों पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने का मुद्दा उठा और कांग्रेस के दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि छोटे आभूषण निर्माता एवं कारीगरों ने अपनी आजीविका चलाने के लिए हड़ताल वापस ले ली है लेकिन वे सब डरे हुए हैं। शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए हुड्डा ने सरकार से इस विषय पर गंभीरता से विचार करने को कहा।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में इस विषय को लेकर दो महीने तक हड़ताल जारी रही। इस व्यवसाय से 5 करोड़ लोग जुड़े। स्वर्ण आभूषणों पर एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने के विषय पर उत्पन्न स्थिति पर सरकार पहल कर रही है और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को इस विषय पर विचार करने का दायित्व सौंपा गया।
हुड्डा ने कहा कि अभी आभूषण कारोबारियों एवं कारीगरों का बंद खत्म हो गया है लेकिन जो छोटे कारीगर अपनी आजीविका नहीं चला सकते थे, उन्होंने ही बंद खत्म किया है।
कांग्रेस सदस्य ने कहा कि एक प्रतिशत उत्पाद शुल्क लगाने से 1400 करोड़ रुपए आमदनी होगी। लेकिन यह बड़ा विषय नहीं है। विषय यह है कि इसमें 70 प्रतिशत लोग गांव के छोटे कारोबारी और कारीगर हैं। मध्यम वर्ग सोने को निवेश के तौर पर देखता है। यह वर्ग प्रभावित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि हीरे की कटिंग पर कोई उत्पाद शुल्क नहीं लगता है, पर सोने के आभूषणों पर ऐसा करना ठीक नहीं है।