16.1 C
Indore
Monday, December 23, 2024

खाताधारकों से हो रही ठगी के जि़म्मेदार बैंक क्यों नहीं?

Hacker typing on a laptop

जहां एक ओर सरकार द्वारा नागरिकों को इस बात के लिए प्रेरित किया जाता है कि वे अपना धन संग्रह बैंकों अथवा डाकघरों में ही करें वहीं आम नागरिक भी अपने धन व जमापूंजी की सुरक्षा तथा उसपर मिलने वाले ब्याज की खातिर अपने पैसों को बैंकों अथवा डाकघरों में रखना ही पसंद करता है। प्राय: कोई भी व्यक्ति अपने पैसों को यहां जमा कर इस बात के लिए स्वयं को शत-प्रतिशत बेफ़िक्र समझ बैठता है कि उसका पैसा अमुक बैंक में उसके अपने खाते में सुरक्षित है और वह ज़रूरत पडऩे पर जब चाहे और जहां चाहे उन पैसों को एटीएम के माध्यम से निकाल सकता है।

परंतु यदि किसी ग्राहक को यह पता चले कि वह जिस समय अपने किसी काम में व्यस्त था या रात में चैन की नींद सो रहा था उस समय उसके बैंक खाते से उसकी मेहनत व मशक्कत से कमाई गई मोटी रकम किसी साईबर ठग द्वारा निकाल ली गई है तो उसके होश उड़ जाना स्वाभाविक है। ऐसी खबर सुनकर किसी कमज़ोर हृदय वाले व्यक्ति को तो दिल का दौरा भी पड़ सकता है। और सोने पर सुहागा तो उस समय होता है जबकि ठगी का शिकार ऐसा ही कोई व्यक्ति अपनी इस फरियाद को लेकर अपने बैंक पहुंचे और वहां मौजूद बैंक अधिकारी उसे यह जवाब देकर वापस कर दें कि उसके साथ हुई किसी प्रकार की ठगी का बैंक से कोई लेना-देना नहीं और इस विषय में बैंक उसकी कोई सहायता नहीं कर सकता उस समय तो खाताधारक स्वयं को और भी अधिक लाचार व असहाय महसूस करने लग जाता है। यहां यह सवाल उठना लाजि़मी है कि जब किसी ग्राहक ने पूरे विश्वास व सुरक्षा के भरोसे पर किसी बैंक में अपने पैसे जमा कर दिए फिर आ$िखर उसके धन की सुरक्षा की जि़म्मेदारी बैंक की नहीं तो किस की है?

हालांकि गत् कई वर्षों से पूरे विश्व में साईबर व एटीएम की क्लोनिंग कर आर्थिक ठगी करने वाले गिरोह सक्रिय हैं। यह कभी ईमेल के माध्यम से तो कभी एसएमएस के द्वारा या कभी टेलीफोन कॉल कर के लोगों से झूठ बोलकर उनके विषय में जानने की कोशिश करते हैं। यह लोग कभी किसी व्यक्ति का इनाम निकला हुआ बताकर तो कभी किसी को अवार्ड मिलेगा, यह कहकर या किसी से कुछ और लुभावना बहाना बनाकर उसका पूरा नाम पता,उसका फोन नंबर,उसका खाता संख्या, बैंक विस्तार आदि पूछने की कोशिश करते हैं।

कुछ लोग जो एटीएम की ठगी में पारंगत हैं वे अपने ग्राहकों को सीधे फोन मिलाकर यह बताते हैं कि उसका एटीएम ब्लॉक हो गया है और यदि वह अपने एटीएम की सेवाएं आगे भी जारी रखना चाहता है तो अपने एटीएम पर दिए गए सोलह अंकों के नंबर को $फोन पर $फौरन बताए अन्यथा उसका एटीएम काम करना बंद कर देगा। आमतौर पर सीधे-सादे लोग जो इन एटीएम ठगों की चाल से वाकिफ नहीं होते तथा वे यह भी नहीं जानते कि एटीएम कार्ड अथवा डेबिट या क्रेडिट कार्ड की क्लोनिंग भी कोई चीज़ होती है अथवा उनकी जेब में उनका अपना एटीएम कार्ड पड़ा होने के बाद भी कोई शातिर ठग उनके खाते से दूसरे क्लोनिंग किए गए एटीएम कार्ड के माध्यम से उनके पैसे चट कर सकता है। ऐसे लोग उन ठगों को फोन पर अपने कार्ड पर अंकित सोलह डिजिट के नंबर बता डालते हैं। और यह नंबर बताने के चंद मिनटों के भीतर ही उसके खातों से पैसे निकलने शुरु हो जाते हैं।

हालांकि यह भी सच है कि विभिन्न बैंकों की ओर से समय-समय पर इस प्रकार की सार्वजनिक चेतावनी भी अपने ग्राहकों को सजग करने के लिए दी जाती रहती है जिसमें यह बताया जाता है कि वे अपने बैंक की विस्तृत जानकारी किसी भी ऐसे व्यक्ति को फोन पर न दें जो स्वयं को बैंक अथवा एलआईसी अथवा आईआरडीए का कर्मचारी बताकर आपसे बात कर रहा हो। बैंक यह चेतावनी भी देता है कि ईमेल के माध्यम से पूछे गए किसी भी ऐसे सवाल का कोई जवाब न दें जिसमें आपसे आपके बैंक खाते की जानकारी,नाम,खाता संख्या आदि पूछा जाए। बैंक यह चेतावनी भी देता है कि कोई भी व्यक्ति अपनी कोई भी व्यक्तिगत सूचना ऑन लाईन न रखें। बैंक यह चेतावनी भी देता है कि यदि आपको फोन पर कोई व्यक्ति आपके ब$काया प्रीमियम का भुगतान का लालच देकर आपका बैंक खाता अथवा अन्य बैंक संबंधी जानकारी हासिल करना चाहे तो उसे कोई जानकारी देने के बजाए उसके कार्यालय का पता पूछकर वहां स्वंय जाने की कोशिश करें। यहां तक कि बैंक अपने ग्राहकों से अपने इंटरनेट व एटीएम के पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहने की हिदायत भी जारी करता है। परंतु बैंक की इन सभी बातों पर अमल करने के बावजूद भी यदि कोई खाताधारक ठगी का शिकार हो जाए फिर आखिर इसमें किसी खाताधारक का क्या दोष है?

आजकल एटीएम व साईबर ठगों द्वारा और भी तरह-तरह के तरीके खोजे जा चुके हैं जिससे बड़ी संख्या में लोग रोज़ाना ठगी का शिकार हो रहे हैं। कई साईबर ठग विभिन्न नंबरों से आपके फोन पर कॉल कर,कॉल के रिसीव होते ही आपके $फोन में दर्ज सारी जानकारी यहां तक कि फोन बुक,कॉल रिकॉर्ड,वॉयस रिकॉर्ड आदि की जानकारी अपने $फोन में पलक झपकते ही स्थानांरित कर लेते हैं। अब किसी आम आदमी को भला यह कैसे पता कि कॉल करने वाला व्यक्ति कोई साईबर ठग है? इसी प्रकार ऐसी सूचनाएं आती रहती हैं कि एटीएम मशीन के कीबोर्ड पर अथवा एटीएम कार्ड प्रवेश करने वाले विशेष स्थान पर एटीएम ठगों द्वारा कुछ ऐसी विशेष कारीगरी कर दी जाती है जिससे उन्हें कार्ड धारक का गुप्त पासवर्ड भी पता चल जाता है और उन्हें एटीएम कार्ड की क्लोनिंग करने में भी सफलता मिल जाती है। ठगों द्वारा इस प्रकार की कारीगरी इतनी चतुराई से की जाती है कि आम आदमी की नज़र इनपर नहीं पड़ पाती। अब यहां सवाल यह है कि जिस एटीएम मशीन में छेड़छाड़ करने के लिए एटीएम ठग मशीन पर जाते हैं और उसमें अपनी मरज़ी से छेड़छाड़ करते हैं तो प्रत्येक एटीएम मशीन में लगे संवेदनशील कैमरे तत्काल ही ऐसे ठगों को दबोचने का उपाय क्यों नहीं करते? और दूसरी बात यह कि जब प्राय: सभी एटीएम मशीनों पर सिक्योरिटी व्यवस्था होती है तो उनकी मौजूदगी में यह ठग अपना काम कर पाने में कैसे सफल हो जाते हैं?

जहां तक खाताधारकों द्वारा ईमेल अथवा $फोन के माध्यम से अपनी किसी प्रकार की बैंक अथवा एटीएम संबंधी कोई जानकारी देने के बाद उसके ठगी का शिकार हो जाने का प्रश्र है तो यह बात भी कुछ हद तक समझी जा सकती है कि अमुक व्यक्ति $गलती से,अंजानेपन में या किसी लालच का शिकार होकर ठगों के बहकावे में आ गया है। परंतु यदि कोई ऐसा एटीएम धारक अपने खाते से पैसे गंवा बैठे जिसने न तो कभी किसी ठग व्यक्ति का $फोन रिसीव किया हो न उसके पास कोई ईमेल आया हो न ही कभी उसने अपना एटीएम अथवा पासवर्ड किसी को दिया या बताया हो और फिर भी उसके खाते से पैसे निकल जाएं तो इसके लिए आखिर कौन जि़म्मेदार है? पिछले दिनों हरियाणा की ऐसी ही एक घटना प्रकाश में आई जो वास्तव में हैरान करने वाली थी। रात बारह बजे से कुछ मिनट पहले उसके मोबाईल पर एक के बाद एक चार एसएमएस आए कि उसके खाते से दस-दस हज़ार रुपये कर के चार बार में चालीस हज़ार रुपये निकाले जा चुके हैं। इसके पहले कि वह स्वयं को संभाल पाता और एटीएम ब्लॉक करने की सूचना दे पाता रात के बारह बजने के फौरन बाद पुन: एक-एक कर चार और मैसेज दो मिनटों के अंतराल में उसके मोबाईल फोन पर फिर से आ गए। इन संदेशों के अनुसार भी दस-दस हज़ार रुपये कर चार बार में चालीस हज़ार रुपये निकाले जा चुके थे। मात्र दस मिनट के भीतर 80 हज़ार रुपये इस व्यक्ति के खाते से निकाल लिए गए।

इस व्यक्ति ने मीडिया को बताया कि उसने कभी किसी को अपना कार्ड या पासवर्ड दिया या बताया नहीं। और जब ठगी का शिकार यह व्यक्ति अगले दिन अपने बैंक पहुंचा और उसने सूचित किया कि उसके मोबाईल पर दिल्ली के अमुक एटीएम से उसके खाते से पैसे निकालने संबंधी लगातार आठ संदेश आए हैं तो बैंक अधिकारियों ने उसकी किसी भी प्रकार की सहायता करने से या इस घटना की कोई जि़म्मेदारी लेने से इंकार कर दिया। निश्चित रूप से एटीएम या इंटरनेट बैंकिंग इस समय आम लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। परंतु इसमें भी कोई दो राय नहीं कि इसी दौर में आम लोगों को जितनी बड़ी संख्या में हर क्षण ठगी का शिकार होना पड़ रहा है उस स्तर पर बैंकों के खाताधारकों को ठगी का शिकार होते पहले कभी देखा व सुना नहीं गया। सवाल यह है कि यदि इस प्रकार किसी मेहनतकश व्यक्ति के खाते में जमा उसकी जमापूंजी ठगों द्वारा विभिन्न तकनीकों व तरकीबों के माध्यम से निकाली जाने लगी तो ऐसे में बैंक अथवा एटीएम कार्ड की सुरक्षा व गोपनीयता संबंधी विश्वसनीयता ही क्या रह जाती है? देश की जनता अभी इतनी चुस्त,सक्षम तथा होशियार नहीं है कि वह अपने-आपको ऐसे चालबाज़ ठगों से बचा सके। यह जि़म्मेदारी तो बहरहाल बैंक तथा साईबर अपराध विशेषज्ञों को ही अपने ऊपर लेनी पड़ेगी और उन्हें ही साईबर व एटीएम ठगों द्वारा प्रयोग में लाए जा रहे माध्यमों को निष्क्रिय करना होगा। अन्यथा कोई आश्चर्य नहीं कि बैंकिग व्यव्स्था से धीरे-धीरे लोगों का विश्वास भी उठने लग जाए। #बैंक
nirmala

 

निर्मल रानी

1618/11, महावीर नगर,
अम्बाला शहर,हरियाणा।
फोन-09729-229728

Related Articles

स्मार्ट मीटर योजना: ऊर्जा बचत के दूत बन रहे हैं UP MLA

लखनऊ। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी RDSS (रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम) ने एक बार फिर अपने उद्देश्य को सार्थक किया है। आम जनता के मन...

EVM से फर्जी वोट डाले जाते है! BSP देश में अब कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ेगी- मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा पहले देश में बैलेट पेपर के जरिए चुनाव जीतने के लिए सत्ता का दुरुपयोग करके फर्जी वोट डाले जाते...

Sambhal Jama Masjid Survey- संभल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान पथराव,हंगामा उपद्रवियों को हिरासत में लिया

Jama Masjid Survey Live: एसपी ने कहा कि उपद्रवियों ने मस्जिक के बाहर उपनिरिक्षकों की गाड़ियों में आग लगाई थी. साथ ही पथराव किया...

इंदौर में बसों हुई हाईजैक, हथियारबंद बदमाश शहर में घुमाते रहे बस, जानिए पूरा मामला

इंदौर: मध्यप्रदेश के सबसे साफ शहर इंदौर में बसों को हाईजैक करने का मामला सामने आया है। बदमाशों के पास हथियार भी थे जिनके...

पूर्व MLA के बेटे भाजपा नेता ने ज्वाइन की कांग्रेस, BJP पर लगाया यह आरोप

भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर में भाजपा को झटका लगा है। अशोकनगर जिले के मुंगावली के भाजपा नेता यादवेंद्र यादव...

वीडियो: गुजरात की तबलीगी जमात के चार लोगों की नर्मदा में डूबने से मौत, 3 के शव बरामद, रेस्क्यू जारी

जानकारी के अनुसार गुजरात के पालनपुर से आए तबलीगी जमात के 11 लोगों में से 4 लोगों की डूबने से मौत हुई है।...

अदाणी मामले पर प्रदर्शन कर रहा विपक्ष,संसद परिसर में धरने पर बैठे राहुल-सोनिया

नई दिल्ली: संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण भी पहले की तरह धुलने की कगार पर है। एक तरफ सत्ता पक्ष राहुल गांधी...

शिंदे सरकार को झटका: बॉम्बे हाईकोर्ट ने ‘दखलअंदाजी’ बताकर खारिज किया फैसला

मुंबई :सहकारी बैंक में भर्ती पर शिंदे सरकार को कड़ी फटकार लगी है। बॉम्बे हाईकोर्ट की नागपुर पीठ ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे...

सीएम शिंदे को लिखा पत्र, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को लेकर कहा – अंधविश्वास फैलाने वाले व्यक्ति का राज्य में कोई स्थान नहीं

बागेश्वर धाम के कथावाचक पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का महाराष्ट्र में दो दिवसीय कथा वाचन कार्यक्रम आयोजित होना है, लेकिन इसके पहले ही उनके...

Stay Connected

5,577FansLike
13,774,980FollowersFollow
136,000SubscribersSubscribe
- Advertisement -

Latest Articles

स्मार्ट मीटर योजना: ऊर्जा बचत के दूत बन रहे हैं UP MLA

लखनऊ। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी RDSS (रीवैम्प्ड डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर स्कीम) ने एक बार फिर अपने उद्देश्य को सार्थक किया है। आम जनता के मन...

EVM से फर्जी वोट डाले जाते है! BSP देश में अब कोई भी उपचुनाव नहीं लड़ेगी- मायावती

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा पहले देश में बैलेट पेपर के जरिए चुनाव जीतने के लिए सत्ता का दुरुपयोग करके फर्जी वोट डाले जाते...

Sambhal Jama Masjid Survey- संभल शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान पथराव,हंगामा उपद्रवियों को हिरासत में लिया

Jama Masjid Survey Live: एसपी ने कहा कि उपद्रवियों ने मस्जिक के बाहर उपनिरिक्षकों की गाड़ियों में आग लगाई थी. साथ ही पथराव किया...

इंदौर में बसों हुई हाईजैक, हथियारबंद बदमाश शहर में घुमाते रहे बस, जानिए पूरा मामला

इंदौर: मध्यप्रदेश के सबसे साफ शहर इंदौर में बसों को हाईजैक करने का मामला सामने आया है। बदमाशों के पास हथियार भी थे जिनके...

पूर्व MLA के बेटे भाजपा नेता ने ज्वाइन की कांग्रेस, BJP पर लगाया यह आरोप

भोपाल : मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले ग्वालियर में भाजपा को झटका लगा है। अशोकनगर जिले के मुंगावली के भाजपा नेता यादवेंद्र यादव...