लखनऊ – यूपी की मतदाता सूची में 11.50 लाख से ज्यादा फर्जी वोटर जुड़े हुए हैं, जिसे आयोग ने चिन्हित कर लिया है। आयोग दो नवंबर से स्पेशल समरी रिवीजन से ऐसे वोटरों का नाम वोटर लिस्ट से हटाएगा। यह जानकारी मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने दी। जैदी सोमवार को उत्तर प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग की अगले माह से शुरू होने वाले अभियान की तैयारियों का जायजा लेने लखनऊ आए थे।
मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी ने बताया कि चुनाव के दौरान वोटर लिस्ट में अनियमितताओं पर नियंत्रण करने के लिए पूरी वोटर लिस्ट का फिर से रिव्यू किया जा रहा है। इसके तहत दो नवंबर से पूरे प्रदेश में स्पेशल समरी रिवीजन का काम शुरू हो रहा है। एक जनवरी 2015 तक जो भी वोटर 18 साल के हो गए हैं उनको वोटर लिस्ट में जोड़ा जाएगा। साथ ही जिन वोटरों की मृत्यु हो गई है या जिन्होंने दूसरी जगह वोटर आईडी कार्ड बनवा लिए हैं उनके नाम वोटर लिस्ट से काटे जाएंगे। इसके अलावा एक ही वोटर लिस्ट में एक से ज्यादा बार नाम दर्ज हुए वोटरों की छटनी की जाएगी।
वोटर लिस्ट में एक ही मतदाताओं के नाम कई बार हैं।
जैदी ने बताया कि पूरे प्रदेश की वोटर लिस्ट में सबसे ज्यादा समस्या यह है कि एक ही मतदाताओं के नाम एक से आधिक बार (मल्टिपल वोटर एंट्री) है। इनमें से सही नाम का चयन और बाकी नामों को वोटर लिस्ट से हटाने के काम को प्रमुखता से लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश की वोटर लिस्ट से 11.50 लाख मतदाताओं को चिन्हित कर लिया गया है, जिनकी वोटर लिस्ट में एक बार से अधिक (मल्टिपल वोटर एंट्री) नाम हैं।
रिपोर्ट :- शाश्वत तिवारी