लखनऊ- उत्तर प्रदेश में पिछले 26 वर्षों से वनवास का मुंह देखने वाली कांग्रेस पार्टी इस बार होने वाले 2017 के विधान सभा के चुनाव में अपनी पुरानी साख वापस लाने के लिए कांग्रेस आला कमान ने प्रशांत किशोर जैसे रणनीतिकार को उत्तर प्रदेश में लगा दिया है ! इसी पर चर्चा के लिए “तेज़ न्यूज़” के विशेष संवाददाता शीबू खान व उत्तर प्रदेश के स्टेट ब्यूरो प्रमुख शाश्वत तिवारी द्वारा उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के विचार विभाग के प्रदेश महासचिव व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी मोहम्मद ज़फर से बातचीत के कुछ अंश –
सवाल – क्या उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी पिछले चुनाव से कुछ अलग करने जा रही है?
मोहम्मद ज़फर – देखिये कांग्रेस पार्टी हमेशा ही सर्व समाज को साथ लेकर चलने वाली धर्मनिरपेक्ष पार्टी रही है इसी के चलते कांग्रेस हाई कमान ने सभी को साथ लेकर हर चुनाव में नये प्रयोग करने के आधार पर काम किया है निश्चय ही इस बार भी हम कुछ अलग ही करने के प्लान के साथ जनता में उतरेंगें ।
सवाल – मोदी की दिन ब दिन बढ़ती लोकप्रियता के चलते व भाजपा के कांग्रेस मुक्त नारे के आगे आप लोग कैसे लड़ पाएंगे?
मोहम्मद ज़फर – मैं अन्य दूसरे राज्यों की बात न करके मैं सीधे उत्तर प्रदेश की बात आपसे बताना चाहता हूँ कि उत्तर प्रदेश में मोदी व भाजपा की कोई लोकप्रियता नहीं है जिसका उदाहरण मैं देना ये चाहता हूँ कि लोकसभा चुनावों के बाद जितने भी उपचुनाव या विधान परिषद के हुए हैं या जिला पंचायत के अध्यक्षों का चुनाव रहा हो उन सबमें भाजपा की करारी हार हुई है, और रही बात कांग्रेस मुक्त भारत के नारे की तो कई लोग आये और गए लेकिन कांग्रेस का कुछ नहीं बिगाड़ सके शेष असर 2019 के ,आगामी लोकसभा चुनाव जनता अपना फैसला फिरसे कांग्रेस के पक्ष में करेगी ।
सवाल – विचार विभाग चुनाव के लिए क्या तैयारी कर रही है?
मोहम्मद ज़फर – कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती सोनिया गांधी जी व उपाध्यक्ष श्री राहुल गांधी जी ने कांग्रेस के हर विभाग व फ्रंटल संगठनों चाहे वो युवा कांग्रेस हो, एन एस यू आई, सेवा दल. महिला संगठन, विचार विभाग, अल्पसंख्यक विभाग, अनुसूचित जाति विभाग या कोई भी सबको अपनी एक जिम्मेदारी बांटी हुयी है जिस पर हमारे सभी साथी नेता अपने – अपने कार्य क्षेत्रों में बखूबी तत्परता के साथ कर रहे हैं ।
सवाल – पीके को लेकर क्या कहेंगे ?
मोहम्मद ज़फर – हमारे आला कमान के नेतागणों ने जिस प्लान के तहत राजनैतिक रणनीतिकार श्री प्रशांत किशोर जी को जिस काम के लिए उन्हें लगाया है वो इस काम को अपने सहयोगियों द्वारा कर रहे हैं और समय – समय पर रिपोर्ट भी प्रेषित कर रहे हैं उनका ये प्रयास निश्चय ही पार्टी को आगे बढ़ाने का काम करेगी ।
सवाल – क्या कांग्रेस पूरे प्रदेश में चुनाव अपने दम पर लड़ेगी या फिर सहयोगी दलों के साथ चुनाव लड़ेगी ?
मोहम्मद ज़फर – देखिये जैसा कि मैंने पहले भी आपसे कहा है कि कांग्रेस सर्व समाज को साथ लेकर व धर्मनिरपेक्ष पार्टी है उसी के आधार पर पार्टी हाई कमान धर्मनिरपेक्ष दलों को साथ लेकर इस बार चुनाव रण में उतरेगी, इस संबंध में हाई कमान का निर्णय ही सर्वमान्य होगा अभी समय काफी है जल्द ही स्थिति स्पष्ट हो जायेगी ।
सवाल – इस बार चुनाव में आपकी पार्टी की क्या स्थिति रहेगी ?
मोहम्मद ज़फर – प्रदेश प्रभारी व राज्य सभा सदस्य मधुसूदन मिस्त्री जी, उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष निर्मल खत्री जी, प्रदेश के सह प्रभारियों व मंडल प्रभारियों के साथ ही साथ विचार विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सम्पूर्णानन्द जी के अलावा ही सभी कांग्रेस जन राहुल गांधी जी के कुशल निर्देशन पर पूरी तन्मयता के साथ काम कर रहे है इसका नतीजा आपको चुनाव के नतीजों से दिख जाएगा, मैं ये नहीं कहता की हमारे दल का ये नंबर रहेगा पर मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हम बहुत अच्छा चुनाव लड़ेंगे क्यूंकि जनता अन्य सभी दलों से त्रस्त हो चुकी है और अब कांग्रेस ही विकल्प है ।
सवाल – कांग्रेस नेतृत्व में बढ़ रही आपसी मतभेद के बारे में क्या कहेंगे?
मोहम्मद ज़फर – ये सब बेबुनियाद और विपक्ष की तरफ से उड़ाई गयी बातें हैं, संगठन में पूरा तालमेल है कोई भी आपसी या कुछ भी मतभेद नहीं है ।
सवाल – जैसा कि आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में हमेशा ही जातीय राजनीति हुयी है तो क्या इस चुनाव में आज़म खान व नसीमुद्दीन सिद्दीकी के अलावा आप भी मुस्लिम समुदाय का वोट कांग्रेस में कितने फीसदी वोट दिलाने का काम कर पाएंगे ?
मोहम्मद ज़फर – जिन दोनों नेताओं का नाम आप ले रहे हैं क्या कभी आपने मुस्लिम समुदाय के इनकी वास्तविकता जानी है? क्या आपने इनके इलाकों में इनकी वास्तविकता जानी है? क्या आपने कभी मुस्लिम धर्म गुरुओं से इनकी वास्तविकता जानी है? क्या बेरोजगार शिक्षित युवा वर्ग से इनकी वास्तविकता जानी है? क्या इनके शासनकाल में मुस्लिमों की हालत की रिपोर्ट आपने देखी है? क्या इनके कार्यकाल में बेगुनाह मुस्लिमों को नहीं फंसाया गया? क्या इनके कार्यकाल में साम्प्रदायिक दंगे नहीं हुए? क्या इनकी सरकारों ने सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू किया? ऐसे कई तमाम सवाल हैं जिसका जवाब इन नेताओं के पास नहीं है इसी के आधार पर मुस्लिम समुदाय इस बार सिर्फ कांग्रेस को वोट देकर अपना न्याय अवश्य पाएगी। इस सिलसिले में कांग्रेस के सभी मुस्लिम नेता अपनी – अपनी बिरादरी पर काम करना भी शुरू कर दिया है ।