गहनों को शौक भला किस स्त्री को नहीं होता? वैसे तो गहने स्त्रियों का शृंगार हैं, लेकिन पुरुष भी इसके आकर्षण से अछूते नहीं हैं। अंगूठी, चेन व ब्रेसलेट पहनने के शैकीन पुरुष भी होता हैं। पत्नी के गहने तो पति की प्रतिष्ठा का प्रतीक होते ही हैं। जब पत्नी गहनों से लदी हो तो पति स्वयं पर गर्व महसूस रकता है। इसी कारण हर कोई अपनी हैसियत से अनुसार गहने खरीदता है।
गहने चाहे जैसे भी हों या फिर नकली, स्त्री गहनों के बिना नहीं रह पाती। इनकी खरीद-फरोख्त चलती ही रहती है। गहने चाहे जैसे भी हों, उनके रखरखाव पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है क्योंकि वे रोज रोज तो बनवाए नहीं जा सकते। इसलिए यदि आप चाहती हैं कि आपके गहने ज्यादा समय तक साथ निभाएं और उनकी चमक बनी रहे तो इसके लिए उनके रखरखाव में कोताही न बरतें अलग-अलग प्रकार के गहनों के रखरखाव में सावधन रहना बहुत जरूरी है।
यहां प्रस्तुत हैं कुछ गुरः
सोने के गहने: सोने के गहनों को गधर में आसानी से साफ किया जा सकता है। पानी में चुटकी भर हल्दी डाल कर उसे गरम करें। गहनों को उसमें डुबो दें फिर साफ टूथब्रश लेकर उगड़ें। साफ पानी से निकाल कर सूती कपड़े से पोंछ लें। किसी तरल साबुन एवं पानी का घोल बनाकर भी सोने के गहने साफ किए जा सकते हैं। जड़ाऊ गहनों, जिन में मीना या कुंदन का इस्तेमाल किया गया हो, को गरम कर साफ न करें। गहनों को साफ पानी में धोने के बाद मुलायाम कपड़े से पोंछ कर उन्हें ज्वेलरी बाक्स में ही रखें।
चांदी के गहने: चांदी के गहनों को उबले आलुओं के पानी से साफ किया जा सकता है। चांदी के गहनों को उबले आलुओं के पानी में डूबो दें फिर थोड़ी देर बाद निकाल कर ब्रश से साफ करें । उसके बाद सादे पानी से धोकर साफ कपड़े से पोंछ लें। चांदी के आभूषणों को आप खाने वाला सोडा एवं नमक से बने घोल से भी साफ कर सकती हैं। नमी चांदी के आभूषणों की शत्रु हैं। नमी से चांदी काली पड़ जाती है। अतः चांदी के आभूषणों को नमी से बचा कर रखें।
हीरे के आभूषण: हीरे के आभूषणों को टूथपेस्ट से साफ कर सकते हैं। हीरे के आभूषणों को टूथपेस्ट लगा कर टूथब्रश से साफ करें फिर साफ पानी से धोकर पोंछ लें, गहने चमक उठेंगे।
मोती के आभूषण: रुई में थोड़ी सी स्प्रिट लगा कर मोती के आभूषणों को साफ किया जा सकता है। साफ करने के बाद मोती को आभूषणों को रुई में लपेट कर ही रखें।
कृत्रिम आभूूषण: आजकल कृत्रिम आभूषण काफी चल में हैं। इनके रखरखाव के लिए सबसे जरूरी है कि इन्हें पानी से बचाया जाए। पानी से उनकी चमक व पालिश खराब हो जाती है। इसलिए नहाते समय इन्हें उतार दें। इन्हें रुई में लपेट कर ही रखें। परफ्यूम से इनकी चमक उड़ जाती है। तबः परफ्यूम लगाते सामय सावधान रहें। नमी व पसीना भी इनको नुकसान पहुंचा सकता है। नकली मोती के आभूषण खीदर कर उनके ऊपर रंगहीन नेलपॉलिश की परत लगाने से उनकी आयु बढ़ जाती है। गहने चाहे जिस भी धातु के बने हों, यदि उनकी सही देखरेख की जाए तो वह सालोंसाल साथ निभाते हैं।
कुछ अन्य सुझाव-
–गहले सलीके से पहलें। चलते-फिरते या गाडी में गहने न बदलें। उनके एकतो पेंच आदि के गिर कर खाने का डर रहता ही है, खरोंच आने या टूटने का भी डर बराबर बना रहता है।
-गहनो को हमेशा ज्वेलरी बॉक्स में ही रखे।
-सभी गहने एक साथ न रखें बल्कि अलग-अलग टिशु पेपर, रुई या सूती कपड़े में लपेटकर रखें। एक साथ रखने से नग निकलने, खरोंच आने आदि का डर रहता है।
-आटा गूंधते समय या फिर रसोई में और कोई काम करते समय अंगूठी आदि उतार दें। इसी प्रकार केशों में मेहंदी लगाते समय टॉप्ट उतार दें।
-सोने समय गहनों को उतार दें वरना वे चुभन तो पैदा करेंगे ही, साथ ही दबने पर उनका आकार भी बिगड़ सकता है।